राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की मांग पर घमासान, छात्र नेताओं ने किया आर-पार की लड़ाई का ऐलान

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छात्रशक्ति का हल्ला बोल: चुनाव बहाली के लिए एकजुट हुए सभी संगठन
राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की मांग पर घमासान, जयपुर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर माहौल गरमा गया है। शुक्रवार को ‘ऑल राजस्थान छात्रसंघ चुनाव संघर्ष समिति’ के बैनर तले सभी प्रमुख छात्र संगठनों ने एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार से जेएलएन मार्ग तक एक विशाल मार्च निकालने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव की स्थिति बन गई।
पुलिस और छात्रों में झड़प, 50 से ज्यादा नेता हिरासत में
प्रदर्शन को उग्र होता देख पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक छात्र नेताओं को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए नेताओं में NSUI, SFI, और अन्य निर्दलीय संगठनों के प्रमुख चेहरे जैसे महेश चौधरी, कमल चौधरी, विजयपाल कुड़ी, किशोर चौधरी और लक्ष्यराज सिंह शामिल हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाते हुए कहा कि कार्रवाई के दौरान कुछ नेताओं के साथ मारपीट की गई और उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए।राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की मांग पर घमासान
‘चुनाव नहीं, तो संघर्ष जारी’: छात्रों की चेतावनी
छात्र नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यह लड़ाई अब आर-पार की होगी। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार छात्रसंघ चुनाव बहाली का फैसला नहीं लेती, तब तक उनका आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा और इसे और भी तेज किया जाएगा। पिछले एक हफ्ते से प्रदेश में चुनाव की मांग को लेकर छिटपुट प्रदर्शन हो रहे थे, लेकिन यह पहली बार था जब सभी विरोधी छात्र संगठन एक ही मंच पर आकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे।राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की मांग पर घमासान
छावनी में तब्दील हुई यूनिवर्सिटी
छात्रों के बड़े प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए यूनिवर्सिटी कैंपस और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मुख्य द्वार पर लगभग 200 पुलिस जवानों को तैनात किया गया, जिससे पूरा इलाका एक छावनी जैसा नजर आ रहा था। चूंकि अगस्त का महीना परंपरागत रूप से छात्रसंघ चुनावों का समय होता है, इसलिए छात्र किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की मांग पर घमासान









