धूप में भी चमकदार त्वचा के लिए जरूरी है सनस्क्रीन, पिगमेंटेशन से बचाता है यह
सालभर यूवी किरणों से सुरक्षा, सही तरीके से लगाएं सनस्क्रीन और पाएं स्वस्थ व ग्लोइंग त्वचा

गर्मियों हो या सर्दियों, धूप से बचाव के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। कई लोग इसे केवल गर्मियों में लगाते हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार सनस्क्रीन सालभर त्वचा को सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है। भारत में लंबी गर्मियां और उच्च यूवी इंडेक्स के कारण हमारी त्वचा लगातार यूवी किरणों के संपर्क में रहती है, जिससे सनबर्न, समय से पहले बुढ़ापा, पिगमेंटेशन और गंभीर मामलों में मेलेनोमा जैसे त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
यूवी किरणों का प्रभाव:
यूवी किरणें मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं –
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यूवीबी किरणें: ये त्वचा पर सनबर्न का कारण बनती हैं।
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यूवीए किरणें: ये त्वचा की गहराई तक प्रवेश कर फोटोएजिंग, पिगमेंटेशन और डीएनए क्षति को बढ़ावा देती हैं।
इसलिए त्वचा विशेषज्ञ हमेशा ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन की सलाह देते हैं, जो दोनों प्रकार की यूवी किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है।
सनस्क्रीन कैसे काम करता है:
सनस्क्रीन दो तरह से काम करते हैं:
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भौतिक अवरोधक: जैसे जिंक ऑक्साइड और टाइटेनियम डाइऑक्साइड, जो किरणों को परावर्तित करते हैं।
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रासायनिक अवरोधक: जैसे एवोबेंजोन, ऑक्सीबेंजोन, ऑक्टोक्रिलीन और ऑक्टिसलेट, जो किरणों को अवशोषित और बेअसर करते हैं।
ज्यादातर आधुनिक सनस्क्रीन उत्पाद इन दोनों का संयोजन करते हैं, जिससे हल्के, गैर-चिकना और भारतीय त्वचा के अनुकूल विकल्प मिलते हैं।धूप में भी चमकदार त्वचा के लिए जरूरी है सनस्क्रीन
एसपीएफ और पीए रेटिंग:
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एसपीएफ 15: लगभग 93% यूवीबी किरणों को रोकता है
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एसपीएफ 30: 97% किरणों से सुरक्षा
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एसपीएफ 50: 98% किरणों को रोकता है
पीए रेटिंग यूवीए सुरक्षा को दर्शाती है। भारतीय त्वचा के लिए पीए++++ के साथ एसपीएफ 30-50 आदर्श माने जाते हैं।
कितनी बार लगाएं सनस्क्रीन:
पसीने, तेल और पानी के कारण सनस्क्रीन का असर कम हो जाता है। इसलिए हर दो घंटे में दोबारा लगाना जरूरी है। “जल-प्रतिरोधी” या “बहुत जल-प्रतिरोधी” लेबल केवल मार्गदर्शन के लिए हैं, गारंटी नहीं।धूप में भी चमकदार त्वचा के लिए जरूरी है सनस्क्रीन
सनस्क्रीन लगाने का सही तरीका:
दो उंगलियों वाले नियम के तहत, चेहरे और गर्दन पर तर्जनी और मध्यमा उंगलियों से सनस्क्रीन को दबाएं। इससे त्वचा पर पर्याप्त कवरेज और असर सुनिश्चित होता है।धूप में भी चमकदार त्वचा के लिए जरूरी है सनस्क्रीन
सनस्क्रीन के फायदे:
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टैनिंग को रोकता है
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प्राकृतिक रंगत बनाए रखता है
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पिगमेंटरी विकारों से बचाता है
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त्वचा को स्थायी क्षति से सुरक्षित रखता है
भारत में सनस्क्रीन का मतलब गोरा होना नहीं, बल्कि आपकी मौजूदा त्वचा की सुरक्षा और उसे लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखना है।धूप में भी चमकदार त्वचा के लिए जरूरी है सनस्क्रीन









