भिलाई: अफवाहों के चलते हुआ DPS स्कूल का घेराव
दुर्ग: दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने शुक्रवार को कंट्रोल रूम सेक्टर 6 में दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) रिसाली के घेराव के मामले में बड़ा खुलासा किया है। एसपी शुक्ला ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बच्ची के साथ कोई छेड़खानी या गलत काम नहीं हुआ है। पेरेंट्स में फैली अफवाहों के कारण उन्होंने डीपीएस स्कूल का घेराव किया।
सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल जांच के आधार पर बयान
एसपी शुक्ला ने मीडिया को बताया कि स्कूल में बच्ची के प्रवेश से लेकर वापस लौटने तक के सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है। इसके अलावा, बच्ची के पालकों और उसे मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टरों से भी बातचीत की गई। डॉक्टरों ने यौन शोषण की घटना से इनकार किया है। जांच के बाद परिजन भी संतुष्ट नजर आए। कुछ लोगों के द्वारा मीडिया में फैलाई जा रही यौन शोषण की भ्रामक खबरों का पुलिस अधीक्षक ने खंडन किया और कहा कि अगर जानबूझकर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की जाएगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अफवाहों का खंडन और साजिश का खुलासा
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5 जुलाई को स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची के साथ कथित छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस पूरे मामले की जांच की और स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन से पूरी जानकारी ली। जांच टीम में पुलिस के अलावा स्कूल शिक्षा विभाग, स्कूल प्रबंधन और पीड़ित परिजन भी शामिल थे।
पालकों के सवालों का जवाब
शुक्रवार को पालकों ने डीपीएस रिसाली स्कूल में एकजुट होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल के प्राचार्य प्रशांत वशिष्ठ ने पालकों के सवालों का जवाब दिया। प्राचार्य ने बताया कि एक रसूखदार अधिकारी ने अपने बच्चे का एडमिशन नहीं होने पर स्कूल प्रबंधन को धमकी दी थी। जिसके बाद सोची-समझी साजिश के तहत स्कूल के खिलाफ गलत जानकारी देते हुए अफवाह फैलाई गई।
पुलिस की सख्त चेतावनी
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने स्पष्ट किया कि अफवाहों के माध्यम से शहर का माहौल खराब करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस खुलासे से उम्मीद है कि पालकों और जनता में फैली भ्रामक जानकारियों का अंत होगा और स्कूल में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।