टाटा मोटर्स का बड़ा बदलाव
रतन टाटा की पसंदीदा कंपनी टाटा मोटर्स ने अब खुद को कर्ज मुक्त कर लिया है और कंपनी के पास अब 1,000 करोड़ रुपये का कैश रिजर्व है। इस बदलाव के साथ ही कंपनी दो हिस्सों में विभाजित होने जा रही है। टाटा संस, टाटा मोटर्स के लिए एक नई होल्डिंग कंपनी बनाने की योजना पर काम कर रही है। इस नई होल्डिंग कंपनी के तहत दो मुख्य व्यवसाय होंगे:
- पैसेंजर व्हीकल (PV)
- कमर्शियल व्हीकल (CV)
इन दोनों व्यवसायों को अलग-अलग संस्थाओं के रूप में रजिस्टर किया जाएगा, जिससे दोनों स्वतंत्र रूप से काम कर सकेंगे। कर्ज मुक्त हुई टाटा मोटर्स: अब बिजनेस होगा दो हिस्सों में विभाजित
होल्डिंग कंपनी का नेतृत्व
सूत्रों के अनुसार, टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन इस होल्डिंग इकाई के अध्यक्ष होंगे। वहीं, टाटा मोटर्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी पीबी बालाजी, जिन्होंने ऑटोमोबाइल व्यवसाय को पुनर्गठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, को भी नेतृत्व मिल सकता है। इस विभाजन से टाटा मोटर्स को PV और CV व्यवसायों के लिए स्वतंत्र रूप से पूंजी जुटाने का मौका मिलेगा। कर्ज मुक्त हुई टाटा मोटर्स: अब बिजनेस होगा दो हिस्सों में विभाजित
PV और CV में क्या है अंतर?
विशेषज्ञों का कहना है कि पैसेंजर व्हीकल (PV) व्यवसाय की ग्रोथ स्टोरी कमर्शियल व्हीकल (CV) के मुकाबले अधिक मजबूत है। PV व्यवसाय की अलग लिस्टिंग से निवेशकों को बेहतर वैल्यू मिलने की संभावना है।
इसके अलावा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और जगुआर लैंड रोवर (JLR) के बीच सॉफ्टवेयर और ऑटोनॉमस व्हीकल्स में अधिक तालमेल देखा जा रहा है। कर्ज मुक्त हुई टाटा मोटर्स: अब बिजनेस होगा दो हिस्सों में विभाजित
JLR का राजस्व क्यों है महत्वपूर्ण?
जगुआर लैंड रोवर (JLR) का राजस्व टाटा मोटर्स के लिए बेहद अहम है। वित्त वर्ष 2024 में टाटा मोटर्स का समेकित राजस्व 4.38 लाख करोड़ रुपये रहा, जिसमें JLR ने 70% योगदान दिया। CV ने 18% और अन्य PV व्यवसाय ने 12% का योगदान दिया। कर्ज मुक्त हुई टाटा मोटर्स: अब बिजनेस होगा दो हिस्सों में विभाजित
कर्ज विभाजन की प्रक्रिया
डिमर्जर के बाद कर्ज को नई संस्थाओं के बीच उनके संपत्ति आकार के आधार पर विभाजित किया जाएगा। वर्तमान में, CV और PV के बीच परिसंपत्ति अनुपात 60:40 है। कर्ज मुक्त हुई टाटा मोटर्स: अब बिजनेस होगा दो हिस्सों में विभाजित