नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के 32 नेताओं की सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और एक पूर्व IPS अधिकारी भी शामिल हैं। सरकार द्वारा जारी नई सुरक्षा समीक्षा सूची में इन नामों को हटा दिया गया है। केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: पूर्व IPS और 31 नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई
किन नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई?
🔹 पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला
🔹 पूर्व सांसद दशरथ टिर्की
🔹 पूर्व सांसद सुखदेव पंडा
🔹 पूर्व IPS अधिकारी देवाशीष धार
🔹 पूर्व विधायक दीपक हल्दर
🔹 भाजपा उम्मीदवार प्रिया साहा
🔹 भाजपा नेता धनंजय घोष
रूटीन प्रक्रिया या राजनीतिक कदम?
🔸 केंद्र सरकार हर तीन महीने में सुरक्षा समीक्षा सूची जारी करती है।
🔸 कई नेता इसे रूटीन प्रक्रिया बता रहे हैं और किसी राजनीतिक हस्तक्षेप से इनकार कर रहे हैं।
🔸 भाजपा नेता अभिजीत दास ने कहा कि अक्सर सुरक्षा वापस लेने और पुनः बहाल करने का निर्णय लिया जाता है। केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: पूर्व IPS और 31 नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई
सुरक्षा हटाने का कारण क्या है?
✅ चुनावी हार के बाद कुछ नेताओं की सुरक्षा जरूरत कम हो गई।
✅ केंद्रीय गृह मंत्रालय की नियमित सुरक्षा समीक्षा प्रक्रिया के तहत निर्णय लिया गया।
✅ यह कोई असामान्य घटना नहीं है, पहले भी ऐसा हो चुका है। केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: पूर्व IPS और 31 नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई
क्या सुरक्षा फिर से मिल सकती है?
🔹 इससे पहले भी कई नेताओं की सुरक्षा हटाई और बहाल की गई है।
🔹 विशेषज्ञों के अनुसार, यदि खतरे का आकलन किया जाता है, तो सरकार सुरक्षा फिर से प्रदान कर सकती है। केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: पूर्व IPS और 31 नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई