थाना प्रभारी निलंबित: नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में लापरवाही पड़ी भारी
🔴 संवेदनशील मामले में देरी और असंवेदनशील रवैये पर गिरी गाज
Highlights:–
- थाना प्रभारी व उप निरीक्षक को लापरवाही पर लाइन अटैच
• नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई में हुई देरी
• एसएसपी ने जारी किए सख्त दिशा-निर्देश
• पुलिस की छवि को पहुंची ठेस, अब होगी ज़ीरो टॉलरेंस नीति
भाटापारा। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के भाटापारा शहर थाना में पदस्थ थाना प्रभारी प्रवेश तिवारी और एक उप निरीक्षक को बड़ी लापरवाही के चलते तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया गया है। यह कार्रवाई एक नाबालिग बच्ची के साथ छेड़छाड़ के मामले में गंभीर लापरवाही के कारण की गई है।नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में लापरवाही पड़ी भारी
📅 क्या है मामला?
8 अप्रैल 2025 को पीड़िता के परिजनों ने थाना भाटापारा शहर में एक नाबालिग बच्ची के साथ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन मामले की संवेदनशीलता के बावजूद थाना स्टाफ ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, जिससे मामला टालमटोल का शिकार हो गया।नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में लापरवाही पड़ी भारी
⚖️ 3 दिन बाद दर्ज हुआ मामला
घटना के 3 दिन बाद, यानी 11 अप्रैल को थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 248/2025 के तहत पॉक्सो एक्ट की धारा 74 में मामला पंजीबद्ध किया। तब तक परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा था।नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में लापरवाही पड़ी भारी
📋 एसएसपी की सख्ती
पुलिस अधीक्षक बलौदाबाजार-भाटापारा ने मामले में तत्काल जांच करवाई, जिसमें थाना प्रभारी प्रवेश तिवारी और संबंधित उप निरीक्षक की भूमिका में स्पष्ट लापरवाही और असंवेदनशीलता सामने आई।नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में लापरवाही पड़ी भारी
एसएसपी के अनुसार, “इस प्रकार की गंभीर घटनाओं में लापरवाही न तो माफ की जाएगी, न ही बर्दाश्त। पीड़िता के परिवार के साथ संवेदनशील व्यवहार करना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है।”
🔍 आगे भी होगी सख्ती
एसपी ने यह भी कहा कि भविष्य में यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी ऐसी लापरवाही करता पाया गया, तो उसके खिलाफ भी कड़ी विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।नाबालिग से छेड़छाड़ मामले में लापरवाही पड़ी भारी