2015-2018 के दौरान वित्तीय अनियमितता का मामला
कोरबा : जिला कलेक्टर ने वर्ष 2015 से 2018 के बीच पंचायतों में वित्तीय अनियमितता के मामले में सख्ती बरतते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। विभिन्न मद की राशि आहरण कर आवश्यक विकास कार्य न कराने वाले सरपंच और सचिवों पर कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं कि सभी दोषी सरपंच और सचिवों की सूची 15 दिनों के भीतर एसडीएम को सौंप दी जाए ताकि वसूली और कानूनी कार्रवाई की जा सके।सरपंच-सचिवों के खिलाफ 90 लाख रुपये के गबन की जांच: वसूली की प्रक्रिया तेज
पाली जनपद में गबन की जांच
पाली जनपद पंचायत द्वारा भ्रष्टाचार के मामलों की सूची एसडीएम को प्रेषित की गई है। इस सूची में कुल 12 पूर्व और वर्तमान पंचायत पदाधिकारियों के नाम शामिल हैं। इन मामलों में वित्तीय अनियमितता के कारण राशि की वसूली का प्रकरण छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा (92) के तहत भेजा गया है।सरपंच-सचिवों के खिलाफ 90 लाख रुपये के गबन की जांच: वसूली की प्रक्रिया तेज
वसूली के लिए निर्धारित राशि
बुड़बुड़ पंचायत: सरपंच संतोषी बिंझवार और सचिव परदेशी राम टेकाम से 8 लाख 29 हजार 589 रुपये
बतरा पंचायत: सरपंच रामसिंह मरावी और सचिव संतोष जगत से 2 लाख 3 हजार 283 रुपये
कर्तली पंचायत: सरपंच जयनंद सलाम और सचिव छत्तर सिंह जगत से 4 लाख 62 हजार 510 रुपये
पोलमी पंचायत: सरपंच रामकुमार नेटी और सचिव चंद्रभान सिंह श्याम से 1 लाख 35 हजार 893 रुपये की शेष राशि
पोड़ी पंचायत: सरपंच श्रीमती मालती राज और सचिव मोहनचंद्र कौशिक से 32 लाख 86 हजार 972 रुपये
जेमरा पंचायत: सरपंच राजकुमार जगत और सचिव निर्मल दास मानिकपुरी से 7 लाख 28 हजार 500 रुपये
डोंगानाला पंचायत में गबन की स्थिति
डोंगानाला पंचायत में सरपंच श्रीमती पत्रिका खुरसेंगा और सचिव रामकुमार टेकाम, अजय कुर्रे, जगदीश टेकाम द्वारा 14वें और 15वें वित्त मद की राशि का दुरुपयोग कर 20 लाख 69 हजार 932 रुपये का गबन किया गया है।सरपंच-सचिवों के खिलाफ 90 लाख रुपये के गबन की जांच: वसूली की प्रक्रिया तेज
अन्य वसूली मामले
कोरबी पंचायत: सरपंच श्रीमती बुधराज और सचिव गिरिश कुमार से 10 लाख रुपये
मुड़ापार पंचायत: सरपंच श्रीमती विजय कुमार और सचिव श्रीमती संतोषी आनंद से 2.50 लाख रुपये
इस घटनाक्रम ने प्रशासनिक और पंचायत प्रणाली में हड़कंप मचा दिया है। अब देखना यह होगा कि वसूली की प्रक्रिया और संबंधित विभागीय कार्यवाही कितनी प्रभावी होती है।सरपंच-सचिवों के खिलाफ 90 लाख रुपये के गबन की जांच: वसूली की प्रक्रिया तेज