खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन: जनसमर्थन और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ता कारवाँ
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का महाअभियान: खारुन के लिए बढ़ते कदम
खारुन नदी की चिंताजनक स्थिति और व्यापक पर्यावरणीय मुद्दों को संबोधित करने के लिए छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा 1 जून को आरंभ की गई ‘खारुन आजादी पदयात्रा’ अपने दूसरे दिन भी भारी जनसमर्थन के साथ रायपुर की ओर अग्रसर है। यह पाँच दिवसीय पदयात्रा क्षेत्र में नदी संरक्षण के प्रति एक नई चेतना जगा रही है।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन
पहले दिन की यात्रा और मिला अपार स्नेह
पदयात्रा के प्रथम दिन, सोमनाथ से शुरू होकर, यात्री दल ग्राम खैरखूँट सगनी पहुँचा। यहाँ ग्रामवासियों और श्री रजत कश्यप के आतिथ्य में रात्रि विश्राम संपन्न हुआ। इस दौरान पदयात्रियों ने स्थानीय लोगों से संवाद कर उन्हें खारुन नदी की वर्तमान दशा और इसके संरक्षण की आवश्यकता से अवगत कराया।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन
दूसरे दिन का सफर: गाँव-गाँव में उत्साहपूर्ण स्वागत
2 जून को सुबह, सैकड़ों पदयात्रियों का यह समूह पंडरभट्टा से होते हुए कुंवरगढ़ नगर पहुँचा। यहाँ श्री राजा भैया द्वारा यात्रियों के लिए दोपहर के भोजन की सराहनीय व्यवस्था की गई थी। कुंवरगढ़, कूंरा, धरसीवां और सिलतरा में ग्रामीणों ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे पदयात्रियों का मनोबल और बढ़ा। दूसरे दिन का रात्रि विश्राम सिलतरा में हुआ, जहाँ श्री दिनेश वर्मा, श्री रामकुमार वर्मा एवं ग्रामवासियों ने आत्मीयतापूर्वक रात्रि भोजन का प्रबंध किया।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन
जनमानस पर प्रभाव: भीषण गर्मी में भी अटूट हौसला
‘खारुन आजादी पदयात्रा’ पूरे क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बन गई है। नौतपा की चिलचिलाती धूप और लगभग 45 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी बुजुर्गों, महिलाओं और पुरुषों का निरंतर पैदल चलना, खारुन नदी और अन्य जलस्रोतों के प्रति उनकी गहरी पीड़ा और भविष्य की चिंताओं को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। यह उनके अटूट संकल्प का प्रतीक है।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन
उम्मीद की किरण और प्रशासन से अपेक्षा
पदयात्रियों को दृढ़ विश्वास है कि उनके इस कठिन परिश्रम और समर्पण से भरे आंदोलन को देखते हुए सरकार एवं प्रशासन निश्चित रूप से इस गंभीर विषय पर सकारात्मक और ठोस कदम उठाएंगे। यह यात्रा न केवल जन-जागरण का माध्यम है, बल्कि नीति-निर्माताओं तक आमजन की आवाज पहुँचाने का एक सशक्त प्रयास भी है।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन
स्वास्थ्य सुरक्षा का भी ध्यान
भीषण गर्मी और लू की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, आनंद हॉस्पिटल के संचालक डॉ. देवेश द्वारा प्रदान की गई एक सर्वसुविधायुक्त एम्बुलेंस भी पदयात्रियों के काफिले के साथ निरंतर चल रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन
यात्रा का अगला पड़ाव
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों ने सूचित किया है कि कल सुबह यह यात्रा सोंडरा और मुरेठी से होते हुए खारुन नदी के किनारे-किनारे बाना गुमा की ओर प्रस्थान करेगी।खारुन आजादी यात्रा का दूसरा दिन