सात सूने मकानों को बनाया निशाना, पुलिस की मुस्तैदी से चोरों का पर्दाफाश
रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भाई-बहन की एक शातिर जोड़ी ने सूने मकानों को निशाना बनाकर कई चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। भाई बड़े ही चालाकी से मकानों में सेंध लगाकर कीमती गहने और सामान चुराता था, जबकि बहन इन चोरी के गहनों को उत्तर प्रदेश में बेचकर पैसा कमाती थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में चोरी का सामान भी बरामद किया है।भाई-बहन की शातिर जोड़ी गिरफ्तार
कैसे हुआ चोरी का पर्दाफाश?
रायपुर के डीडी नगर थाना क्षेत्र के सुंदरम विहार चंगोराभाठा निवासी गरिमा शर्मा ने 19 जून को अपने घर में ताला लगाकर परिवार सहित मायके आरंग गईं थीं। जब वे पांच दिन बाद वापस आईं, तो उन्होंने पाया कि उनके घर का ताला टूटा हुआ था और अंदर से कीमती जेवरात गायब थे। गरिमा ने तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।भाई-बहन की शातिर जोड़ी गिरफ्तार
पुलिस की मुस्तैदी से मिला सुराग
पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए घटनास्थल और उसके आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जांच के दौरान विप्र नगर डीडी नगर निवासी सूरज सिंह उर्फ आशुतोष और सिद्धार्थ सिंह उर्फ नैंटू को संदिग्ध अवस्था में घटनास्थल के पास देखा गया। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने डीडी नगर क्षेत्र के सात अलग-अलग सूने मकानों में चोरी की बात कबूल की।भाई-बहन की शातिर जोड़ी गिरफ्तार
चोरी के गहनों की बिक्री और अन्य गिरफ्तारियां
पुलिस ने बताया कि यह शातिर जोड़ी चोरी किए गए गहनों को उत्तर प्रदेश में बेचती थी। इस मामले में पुलिस ने सूरज सिंह उर्फ आशुतोष, सिद्धार्थ सिंह उर्फ नैंटू और उनकी बहन अदिति सिंह उर्फ सिम्मी को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, चोरी का सामान खरीदने वाले संजय कुमार जायसवाल और अरविंद कुमार वर्मा को भी चंदौली, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है।भाई-बहन की शातिर जोड़ी गिरफ्तार
रायपुर में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाली इस शातिर जोड़ी को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके अपराध पर विराम लगा दिया है। सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की मुस्तैदी के कारण चोरी का यह बड़ा नेटवर्क बेनकाब हो गया। पुलिस की इस कार्रवाई से शहर में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।भाई-बहन की शातिर जोड़ी गिरफ्तार