“इसे कोई अपना लेना, मैं मरने जा रहा हूं”… रायपुर में डेढ़ साल के मासूम को छोड़ गए परिजन, चिट्ठी पढ़कर कांप जाएगी रूह

“इसे कोई अपना लेना, मैं मरने जा रहा हूं”… रायपुर में डेढ़ साल के मासूम को छोड़ गए परिजन, चिट्ठी पढ़कर कांप जाएगी रूह
इसे कोई अपना लेना, मैं मरने जा रहा हूं, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक बेहद मार्मिक और दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। शहर के बीरगांव इलाके में एक डेढ़ साल का मासूम बच्चा लावारिस हालत में मिला, जिसके हाथ में एक ऐसी चिट्ठी थी जिसे पढ़कर किसी का भी दिल दहल जाए। पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित अभिरक्षा में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
चिट्ठी में लिखी थी दिल दहला देने वाली बात
बुधवार देर रात बीरगांव के व्यास तालाब के पास लोगों ने एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जब वे पास पहुंचे तो देखा कि एक डेढ़ साल का बच्चा अकेला पड़ा है। बच्चे के हाथ में एक चिट्ठी भी थी, जिसमें उसकी मजबूरी और दर्द बयां किया गया था। चिट्ठी में लिखा था, “मेरे पास रहने की कोई जगह नहीं है, इसलिए मैं बच्चे को छोड़ रहा हूं। इसे कोई अपना लेना। मैं जीना नहीं चाहता, मरने जा रहा हूं…” इन शब्दों ने हर किसी को भावुक कर दिया।इसे कोई अपना लेना, मैं मरने जा रहा हूं
पुलिस ने बच्चे को लिया संरक्षण में
स्थानीय महिलाओं ने तुरंत इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही खमतराई थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बच्चे को अपने संरक्षण में ले लिया और उसकी देखभाल सुनिश्चित की। इसके बाद, प्रक्रिया के अनुसार बच्चे को बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया गया है, जहां उसकी उचित देखरेख की जा रही है।इसे कोई अपना लेना, मैं मरने जा रहा हूं
कौन हैं बच्चे के माता-पिता? जांच जारी
पुलिस अब उस अज्ञात व्यक्ति की तलाश में जुट गई है जो बच्चे को इस हालत में छोड़ गया। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि बच्चे के माता-पिता या परिजनों का पता लगाया जा सके। यह घटना मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक मजबूरियों पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।इसे कोई अपना लेना, मैं मरने जा रहा हूं









