कोरबा में रफ्तार का कहर: ट्रैक्टर ने चाचा-भतीजे को रौंदा, गुस्साई भीड़ ने किया चक्काजाम, 12 घंटे के लिए ‘नो-एंट्री’ लागू

कोरबा में रफ्तार का कहर: ट्रैक्टर ने चाचा-भतीजे को रौंदा, गुस्साई भीड़ ने किया चक्काजाम, 12 घंटे के लिए ‘नो-एंट्री’ लागू
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कोरबा में रफ्तार का कहर: ट्रैक्टर ने चाचा-भतीजे को रौंदा, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बेलगाम दौड़ते वाहनों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार चाचा-भतीजे को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने घंटों तक सड़क पर चक्काजाम कर दिया। भारी हंगामे के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए मार्ग पर 12 घंटे के लिए भारी वाहनों की ‘नो-एंट्री’ लागू कर दी है।
घर लौट रहे थे चाचा-भतीजे, ट्रैक्टर बना काल
यह दर्दनाक हादसा उरगा थाना क्षेत्र में हुआ। बरीडीह गांव के रहने वाले 30 वर्षीय अयोध्या पटेल और उनके 40 वर्षीय चाचा पुरुषोत्तम पटेल बाइक पर सवार होकर अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान एक ट्रैक्टर चालक ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। उरगा पुलिस ने चालक के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।कोरबा में रफ्तार का कहर: ट्रैक्टर ने चाचा-भतीजे को रौंदा
सड़क पर फूटा लोगों का गुस्सा, घंटों लगा रहा जाम
दो जिंदगियों के खत्म हो जाने से आक्रोशित स्थानीय लोगों और परिजनों ने मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की। इस चक्काजाम के कारण कोरबा-चांपा मार्ग पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं और कई घंटों तक यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। बाद में, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।कोरबा में रफ्तार का कहर: ट्रैक्टर ने चाचा-भतीजे को रौंदा
हंगामे के बाद जागा प्रशासन: 5-5 लाख का मुआवजा और ‘नो-एंट्री’
लोगों के भारी आक्रोश और बिगड़ती कानून-व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कई बड़े फैसले लिए:
12 घंटे की ‘नो-एंट्री’: कोरबा-चांपा मार्ग पर ऊरगा इलाके में सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित कर दिया गया है।
5-5 लाख का मुआवजा: मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने पर सहमति बनी है।
एक सदस्य को नौकरी: पीड़ित परिवार के एक सदस्य को एक निजी कंपनी में रोजगार दिया जाएगा।
यह घटना कोरबा में बढ़ते सड़क हादसों और ट्रैफिक नियमों की घोर अनदेखी पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ओवर-स्पीडिंग और नशे में ड्राइविंग के कारण आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है।कोरबा में रफ्तार का कहर: ट्रैक्टर ने चाचा-भतीजे को रौंदा









