छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दो-दो सरकारी बंगले: पूर्व महापौर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, जनता के धन के दुरुपयोग का आरोप

रायपुर: छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दो-दो सरकारी बंगले: पूर्व महापौर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, जनता के धन के दुरुपयोग का आरोप. नगर पालिक निगम रायपुर के अध्यक्ष और पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ सरकार के 10 मंत्रियों द्वारा दो-दो सरकारी बंगले कब्जा किए जाने की शिकायत की है। उन्होंने इसे जनता के धन का दुरुपयोग बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
अपने पत्र में दुबे ने उल्लेख किया है कि आवास आवंटन नीति के अनुसार किसी भी मंत्री को केवल एक सरकारी आवास (बंगला) दिए जाने का नियम है। इसके बावजूद, वर्तमान में राज्य के मंत्रीगण नया रायपुर और पुराना रायपुर – दोनों स्थानों पर बंगलों का उपयोग कर रहे हैं। दुबे ने इस स्थिति को सेंट्रल सिविल सर्विस रूल्स (CCS Rules) 175 का स्पष्ट उल्लंघन बताया है, जिससे भविष्य में कैग (CAG) द्वारा आपत्ति उठाए जाने की संभावना है।छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दो-दो सरकारी बंगले: पूर्व महापौर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
जनता के धन का दुरुपयोग और सरकारी दावों पर सवाल
प्रमोद दुबे ने कहा कि दोनों बंगलों के रखरखाव, सुरक्षा, बिजली बिल, बागवानी और स्टाफ के वेतन का खर्च विभिन्न विभागों पर डाला जा रहा है। इससे जनता के विकास कार्यों के लिए निर्धारित बजट का दुरुपयोग हो रहा है।छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दो-दो सरकारी बंगले: पूर्व महापौर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार पहले ही 60 हजार करोड़ रुपये के कर्ज के बोझ में है। ऐसे में मंत्रियों द्वारा दो-दो बंगले रखना मितव्ययता, पारदर्शिता और “जीरो टॉलरेंस” (भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता) के सरकार के दावों को झूठा साबित करता है।छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दो-दो सरकारी बंगले: पूर्व महापौर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
दुबे ने प्रधानमंत्री से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि अनुमति दी जाए, तो वे स्वयं दस्तावेजों सहित संपूर्ण जानकारी कलेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत करने को तैयार हैं। यह मामला राज्य में प्रशासनिक खर्चों और नैतिकता को लेकर एक नई बहस छेड़ सकता है।छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दो-दो सरकारी बंगले: पूर्व महापौर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र









