
नई दिल्ली: NDA का उपराष्ट्रपति कौन? देश के अगले उपराष्ट्रपति को लेकर चल रही अटकलों पर आज विराम लग सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लगाएंगे। इस फैसले के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि सत्ताधारी गठबंधन की ओर से इस महत्वपूर्ण संवैधानिक पद के लिए किस चेहरे पर दांव खेला जाएगा।
PM मोदी और नड्डा को मिला फैसला लेने का अधिकार
गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई NDA के शीर्ष नेताओं की बैठक में यह तय किया गया कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने का अंतिम अधिकार पीएम मोदी और अध्यक्ष जेपी नड्डा के पास होगा। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, चिराग पासवान, श्रीकांत शिंदे समेत NDA के कई बड़े नेता शामिल हुए। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि पीएम और अध्यक्ष जिस भी नाम को तय करेंगे, पूरा NDA एकजुट होकर उसका समर्थन करेगा।NDA का उपराष्ट्रपति कौन?
क्यों हो रहा है चुनाव? धनखड़ के इस्तीफे के पीछे की कहानी
यह चुनाव पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के कारण हो रहा है। आधिकारिक तौर पर उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा है कि उनके और केंद्र सरकार के बीच पिछले कुछ महीनों से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति रहते हुए धनखड़ द्वारा उठाए गए कुछ कदमों से पीएम मोदी नाराज थे, जिसके बाद उन्हें पद से हटाने की पटकथा लिखी गई।NDA का उपराष्ट्रपति कौन?
कौन हैं उम्मीदवार की रेस में सबसे आगे?
NDA के उम्मीदवार को लेकर कई नामों पर चर्चा है, लेकिन तीन नाम इस रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं:
आचार्य देवव्रत: गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का नाम सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभरा है। वह भी जगदीप धनखड़ की तरह जाट समुदाय से आते हैं, जिसे भाजपा नाराज नहीं करना चाहेगी। साथ ही, उनकी पृष्ठभूमि संघ से जुड़ी रही है, जो उनके पक्ष में एक मजबूत कारक है।
थावरचंद गहलोत: कर्नाटक के राज्यपाल और दलित समुदाय के एक बड़े नेता थावरचंद गहलोत भी एक प्रबल दावेदार हैं।
शेषाद्रि चारी: संघ के विचारक और भाजपा के वरिष्ठ नेता शेषाद्रि चारी का नाम भी चर्चा में है।
चुनाव का गणित और तारीखें
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होगा, जबकि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त से पहले है। उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद (निर्वाचित और मनोनीत) करते हैं। संसद के दोनों सदनों में NDA के पास स्पष्ट बहुमत है, इसलिए उनके द्वारा चुने गए उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही है। उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं, जिससे यह पद राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।NDA का उपराष्ट्रपति कौन?









