
कवर्धा: पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे, पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे, फर्जी नियुक्ति पत्र देने वाला शातिर गिरफ्तार, सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर लाखों की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को कवर्धा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक पति-पत्नी को पटवारी की नौकरी लगवाने का झांसा दिया और उनसे 10 लाख रुपए हड़प लिए। बदले में उसने एक फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
कैसे दिया ठगी को अंजाम?
यह मामला कवर्धा जिले के सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र का है। ग्राम गगरिया के रहने वाले प्रार्थी गोपेश्वर साहू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि राजनांदगांव के ममता नगर निवासी असलम खान (39) ने उनसे और उनकी पत्नी से संपर्क किया। उसने दावा किया कि वह उनकी पटवारी के पद पर सीधी भर्ती करा सकता है।पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे
इस काम के एवज में उसने दंपति से 10 लाख रुपए ले लिए और उन्हें भरोसे में लेने के लिए एक बनावटी नियुक्ति आदेश भी दे दिया। जब काफी समय बाद भी नौकरी नहीं लगी और नियुक्ति पत्र फर्जी होने का शक हुआ, तो दंपति ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया।पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे
पुलिस ने बिछाया जाल, ऐसे पकड़ा गया आरोपी
शिकायत मिलते ही सहसपुर लोहारा पुलिस ने आरोपी असलम खान के खिलाफ धोखाधड़ी (धारा 420) का मामला दर्ज किया। जांच के दौरान, फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए मामले में जालसाजी से जुड़ी धाराएं 467, 468, और 471 भी जोड़ी गईं।पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी ने एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश दी और आखिरकार उसे राजनांदगांव से सफलतापूर्वक हिरासत में ले लिया।पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे
आरोपी भेजा गया जेल
पुलिस पूछताछ में आरोपी असलम खान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने ही नौकरी के नाम पर 10 लाख रुपए की ठगी की है। पुलिस ने उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, फर्जी प्रवेश पत्र, और वह फर्जी नियुक्ति पत्र भी जब्त कर लिया है जो उसने दंपति को दिया था।पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे
पूछताछ और सबूतों के आधार पर पुलिस ने आरोपी असलम खान को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। अदालत ने उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस सफल कार्रवाई में एएसआई बलदाऊ भट्ट, उमा उपाध्याय, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण अनंत और आरक्षक बिनेश पोटे की सराहनीय भूमिका रही।पटवारी बनाने के नाम पर पति-पत्नी से 10 लाख ठगे









