डोंगरगढ़: धान खरीदी केंद्र में चोरी, ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ा, चोरों ने खुद पुलिस को बुलाया
डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ विकासखंड के मेढ़ा धान खरीदी केंद्र में देर रात धान चोरी का मामला सामने आया है। ग्रामीणों और समिति प्रबंधक ने एक चोर को रंगे हाथों पकड़ लिया, जबकि उसके साथी फरार हो गए। चौंकाने वाली बात यह रही कि फरार चोरों ने ही पुलिस वाहन 112 को कॉल कर मौके पर बुला लिया।धान खरीदी केंद्र में चोरी
CCTV में कैद हुई चोरी, समिति प्रबंधक ने पकड़ा चोर
🔹 रात 12 से 1 बजे के बीच समिति प्रबंधक ने मोबाइल ऐप के जरिए सीसीटीवी फुटेज चेक किया, तो कुछ संदिग्ध लोग धान खरीदी केंद्र के पास हलचल कर रहे थे।
🔹 उन्होंने तुरंत चौकीदारों को सतर्क किया और खुद गांववालों के साथ मौके पर पहुंचे।
🔹 धान की बोरी ले जाते हुए एक चोर को पकड़ लिया गया, जबकि अन्य आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।
🔹 गांव में खबर फैलते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में वहां इकट्ठा हो गए और आरोपी को पकड़कर खरीदी केंद्र में बैठा लिया।
चोरों ने खुद पुलिस को दी सूचना, वाहनों की जब्ती
🔹 हैरानी की बात यह रही कि भागे हुए चोरों ने खुद डायल 112 पर फोन कर पुलिस को बुलाया।
🔹 पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों ने चोरी में इस्तेमाल एक मालवाहक वाहन व दो मोटरसाइकिल जब्त कर लीं।
🔹 समिति प्रबंधक ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर मामले की जांच की मांग की।
पहले भी हो चुकी हैं चोरी की घटनाएं, प्रशासन पर उठे सवाल
🔹 समिति अध्यक्ष के अनुसार, यह पहली चोरी नहीं है, बल्कि इससे पहले भी चार से पांच बार धान की चोरी हो चुकी है।
🔹 धान खरीदी केंद्रों से धीमा उठाव होने के कारण चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं।
🔹 चोरों के बार-बार बच निकलने और धान की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
🔹 पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जब्त वाहनों की पड़ताल की जा रही है।
धान चोरी का कारण – धीमा उठाव
🔹 ग्रामीणों और समिति प्रबंधक का कहना है कि खरीदी केंद्रों से धान का धीमा उठाव ही चोरी की मुख्य वजह बन रहा है।
🔹 जब तक प्रशासन सुरक्षा इंतजामों को मजबूत नहीं करेगा, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी।
🔹 फरार चोरों का खुद पुलिस को सूचना देना भी कई सवाल खड़े करता है, जिस पर पुलिस जांच कर रही है।
⚠ अगर समय पर उचित कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में धान चोरी की घटनाएं और बढ़ सकती हैं। प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेकर ठोस कार्रवाई करनी होगी। 🚔