West Bengal PDS Scam: पश्चिम बंगाल के पीडीएस (सार्वजनिक राशन वितरण) घोटाले मामले में ईडी ने दावा किया है कि यहा मामला 10 हजार करोड़ से अधिक के घोटाला का है। जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि घोटाले की रकम दुबई ले जाई गई है। इस घोटाले में खाद्य मंत्री रहे ज्योति प्रिय मल्लिक की गिरफ्तारी हुई थी।
- पीडीएस घोटाला 10 हजार करोड़ से अधिक का है
- ईडी ने बंगाल राशन घोटाले को लेकर किया दावा
- घाेटाले का दायरा बढ़ने पर PMLA कोर्ट से किया संपर्क
- मामले में बंगाल के खाद्य मंत्री रहे ज्योति प्रिय मल्लिक हुए थे अरेस्ट
NCG News desk West Bengal:-
कोलकाला: West Bengal PDS Scam: पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा दावा किया है। ईडी ने कहा है कि सार्वजिनक राशन वितरण सिस्टम में हुए घोटाले की रकम काफी बड़ी है। ईडी ने दावा किया है कि कुल घोटाला 10 हजार करोड़ से अधिक का है। इतना ही नहीं घोटाले की रकम को दुबई ले जाया गया है। इस घोटाले में पश्चिम बंगाल के खाद्य मंत्री रहे ज्योति प्रिय मल्लिक को ईडी ने अरेस्ट किया था। पिछले दिनों संदेशखाली मामले में अरेस्ट हुए टीएमसी के निष्कासित नेता शाहजहां शेख को भी मल्लिक का करीबी माना जाता है। ईडी शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी को पहुंची थी। तब पांच जनवरी को ईडी की टीम पर हमला हुआ था।
घोटाले की रकम को विदेश भेज गया
ईडी के अनुसार उसकी जांच में पाया गया है कि पश्चिम बंगाल सार्वजनिक वितरण घोटाला 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है, और अपराध की आय को पूर्व खाद्य मंत्री ज्योति सहित मुख्य आरोपियों द्वारा दुबई और अन्य विदेशी स्थानों पर भेजा गया था। ईडी ने शुक्रवार को 150 करोड़ रुपये (बुक वैल्यू 50 करोड़ रुपये) से अधिक बाजार मूल्य वाली 48 और संपत्तियां जब्त कीं, जिनमें साल्ट लेक और बोलपुर में मल्लिक के आवास भी शामिल हैं। पिछले साल अक्टूबर में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए मल्लिक अपने सहयोगियों के साथ न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी ने PMLA कोर्ट का रुख किया ईडी ने घोटाले से जुड़ी कम से कम 101 संपत्तियों को जब्त करने के लिए कोलकाता में विशेष पीएमएलए अदालत से भी संपर्क किया है। गिरफ्तार होने से पहले मल्लिक ममता बनर्जी सरकार में खाद्य मंत्री थे। कथित तौर पर चावल मिल मालिक बकीबुर रहमान और मनी चेंजर शंकर अध्या ने उनकी सहायता की थी। जब्त की गई कई बेनामी संपत्तियों में रहमान के नाम पर बेंगलुरु और कोलकाता में दो होटल भी शामिल हैं। बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर शुरू की गई ईडी जांच में पाया गया कि विभिन्न निजी व्यक्तियों के पास पीडीएस के माध्यम से वितरण के लिए राशन का अनाधिकृत कब्जा पाया गया।
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