दिल्ली

अंसल बंधुओं से मिले 60 करोड़ कहां गए? सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर, देश को झकझोर देने वाले 1997 के उपहार सिनेमा अग्निकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूछे गए एक अहम सवाल का दिल्ली सरकार ने जवाब दे दिया है। सरकार ने हलफनामा दाखिल कर उन 60 करोड़ रुपयों का पूरा हिसाब दिया है, जो अग्निकांड के दोषी अंसल बंधुओं ने बतौर जुर्माना जमा कराए थे। दिल्ली सरकार ने बताया है कि यह रकम द्वारका के बजाय दिल्ली के तीन अन्य सरकारी अस्पतालों में ट्रॉमा सेंटर बनाने पर खर्च की गई।

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सुप्रीम कोर्ट ने बीती 16 जुलाई को दिल्ली सरकार से इस रकम के इस्तेमाल को लेकर जवाब तलब किया था, क्योंकि मूल आदेश के अनुसार इस पैसे से द्वारका में एक अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर का निर्माण किया जाना था।सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर

क्या था पूरा मामला?

साल 1997 में दिल्ली के उपहार सिनेमा में लगी भीषण आग में 59 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सिनेमा मालिक गोपाल और सुशील अंसल को दोषी ठहराया था। साल 2015 में कोर्ट ने उन्हें जेल की सजा से राहत देते हुए 60 करोड़ रुपये का जुर्माना दिल्ली सरकार के पास जमा कराने का आदेश दिया था। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया था कि इस रकम का इस्तेमाल दिल्ली के द्वारका इलाके में एक ट्रॉमा सेंटर के निर्माण के लिए किया जाए, ताकि आपात स्थिति में लोगों को तत्काल इलाज मिल सके। अंसल बंधुओं ने यह रकम जमा भी करा दी, लेकिन यह पैसा द्वारका में खर्च नहीं हुआ।सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर

दिल्ली सरकार ने अपने जवाब में क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में दिल्ली सरकार ने बताया कि 60 करोड़ रुपये की जुर्माना राशि का उपयोग तीन अलग-अलग ट्रॉमा सेंटर बनाने में किया गया। ये ट्रॉमा सेंटर संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (मंगोलपुरी)सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल (नरेला) और सिरसपुर अस्पताल में बनाए गए हैं। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि इन सेंटरों के निर्माण में जुर्माने की रकम के साथ-साथ अतिरिक्त बजट का भी आवंटन किया गया।सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर

द्वारका में क्यों नहीं बना ट्रॉमा सेंटर?

सरकार ने इसका कारण बताते हुए कहा कि जिस समय यह फैसला आया, उस वक्त द्वारका में दिल्ली सरकार (GNCTD) का कोई ऐसा अस्पताल मौजूद नहीं था, जहां इस स्तर का ट्रॉमा सेंटर स्थापित किया जा सके। जबकि मंगोलपुरी, नरेला और सिरसपुर जैसे इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की तत्काल आवश्यकता थी। इसलिए, जनहित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया।सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर

हालांकि, दिल्ली सरकार ने कोर्ट को यह भी बताया कि अब द्वारका में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा चुका है। द्वारका के सेक्टर-9 में 1200 से अधिक बेड की क्षमता वाला ‘इंदिरा गांधी अस्पताल’ बनकर तैयार है और 10 मई 2021 से काम भी कर रहा है। इस अस्पताल में 330 ICU बेड की व्यवस्था भी की गई है, ताकि स्थानीय लोगों को आपात स्थिति में घर के पास ही बेहतर इलाज मिल सके।सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार ने दिया जवाब, बताया- द्वारका में नहीं, यहां बने 3 ट्रॉमा सेंटर

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