25 की उम्र में किडनी क्यों हो रही है फेल? 5 जानलेवा आदतें और 7 शुरुआती संकेत, जानें बचने के उपाय

25 की उम्र में किडनी क्यों हो रही है फेल? 5 जानलेवा आदतें और 7 शुरुआती संकेत, जानें बचने के उपाय
25 की उम्र में किडनी क्यों हो रही है फेल? 5 जानलेवा आदतें और 7 शुरुआती संकेत, आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में 20-25 साल के युवा अक्सर अपने करियर और सोशल लाइफ में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। घंटों लैपटॉप के सामने बैठना, बाहर का खाना और पानी कम पीना एक आम आदत बन चुकी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आदतें चुपचाप आपके शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंग, किडनी, को खराब कर रही हैं?
एक समय था जब किडनी की पथरी और अन्य रोग बड़ी उम्र की निशानी माने जाते थे, लेकिन आज यह एक कड़वी हकीकत है कि युवा तेजी से इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। यह कोई संयोग नहीं, बल्कि हमारी आधुनिक जीवनशैली का सीधा परिणाम है। आइए जानते हैं वो कारण, संकेत और उपाय जिन्हें जानकर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं।25 की उम्र में किडनी क्यों हो रही है फेल? 5 जानलेवा आदतें और 7 शुरुआती संकेत
क्यों युवाओं को निशाना बना रही है किडनी की बीमारी? 5 सबसे बड़ी वजहें
विशेषज्ञों के अनुसार, युवाओं में किडनी की समस्याओं के बढ़ने के पीछे ये 5 प्रमुख कारण हैं:
1. पानी को ‘ना’ कहने की आदत
दिनभर में पर्याप्त पानी न पीना सबसे बड़ा खतरा है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो यूरिन गाढ़ा हो जाता है, जिससे किडनी में मिनरल्स जमा होकर पथरी का रूप ले लेते हैं।
2. फास्ट फूड और प्रोसेस्ड भोजन का चस्का
चिप्स, बर्गर, पिज्जा, इंस्टेंट नूडल्स और मीठे कोल्ड ड्रिंक्स का अत्यधिक सेवन किडनी पर सीधा हमला करता है। इनमें मौजूद अतिरिक्त नमक, चीनी और खराब फैट किडनी पर दबाव डालते हैं और उसे नुकसान पहुंचाते हैं।
3. बिना सोचे-समझे सप्लीमेंट्स का सेवन
जिम में अच्छी बॉडी बनाने की चाह में कई युवा बिना किसी डॉक्टरी सलाह के प्रोटीन पाउडर, क्रिएटिन, विटामिन-डी और कैल्शियम सप्लीमेंट्स का अंधाधुंध इस्तेमाल करते हैं। ये सप्लीमेंट्स, खासकर जब पानी कम पिया जाए, तो किडनी पर बोझ बढ़ाकर पथरी का खतरा कई गुना बढ़ा देते हैं।
4. शुरुआती लक्षणों को करना नजरअंदाज
कमर के निचले हिस्से में हल्का दर्द, पेशाब में जलन या बार-बार यूरिन इन्फेक्शन (UTI) होना किडनी की समस्या के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। युवा अक्सर इन्हें थकान या मामूली संक्रमण समझकर अनदेखा कर देते हैं, जो बाद में गंभीर रूप ले लेता है।
5. स्वास्थ्य से जुड़ी गलतफहमियां
मिथक: दूध पीने से पथरी होती है।
सच्चाई: यह बिल्कुल गलत है। संतुलित मात्रा में दूध का सेवन शरीर को कैल्शियम देता है, जो पथरी के खतरे को कम करने में मदद करता है।
शरीर दे रहा है ये 7 संकेत तो न करें नजरअंदाज
किडनी की बीमारी एक ‘साइलेंट किलर’ है, लेकिन शुरुआती चरण में शरीर कुछ संकेत देता है। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
लगातार थकान और कमजोरी: बिना किसी खास वजह के हर समय थका हुआ महसूस करना।
पैरों और टखनों में सूजन: किडनी के ठीक से काम न करने पर शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगता है।
पेशाब की आदतों में बदलाव: बार-बार पेशाब आना, बहुत कम पेशाब आना, या रात में पेशाब के लिए उठना।
पेशाब के रंग में बदलाव: पेशाब का रंग गहरा भूरा, लाल या झागदार होना।
पेशाब में खून आना: यह एक गंभीर संकेत है, इसे कभी नजरअंदाज न करें।
पेशाब करते समय दर्द या जलन: यह यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) का लक्षण हो सकता है।
कमर या पेट के साइड में तेज दर्द: यह किडनी में पथरी या संक्रमण का स्पष्ट संकेत हो सकता है।
स्वस्थ किडनी के लिए आज ही अपनाएं ये जीवनशैली
अपनी किडनी को लंबी उम्र देने के लिए आपको कोई रॉकेट साइंस नहीं, बल्कि अपनी आदतों में कुछ छोटे और असरदार बदलाव करने होंगे:
हाइड्रेटेड रहें: दिन में कम से कम 8-10 गिलास (2-3 लीटर) पानी पीने की आदत डालें।
संतुलित आहार लें: अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करें। नमक और चीनी का सेवन कम करें।
प्रोसेस्ड फूड से दूरी: पैकेट बंद और रेडी-टू-ईट भोजन से बचें।
नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलें, योग करें या साइकिल चलाएं।
धूम्रपान और शराब को कहें ‘ना’: ये आदतें सीधे तौर पर किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं।
नियमित स्वास्थ्य जांच: साल में एक बार ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच अवश्य कराएं।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और सूचना के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी तरह से पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए या कोई भी उपचार शुरू करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या किसी योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें।









