क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका? जानिए व्यापार पर कितना होगा असर

क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका? जानिए व्यापार पर कितना होगा असर
क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका? पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति और टैरिफ लगाने की चर्चा एक बार फिर वैश्विक व्यापार के गलियारों में चिंता का विषय बन गई है। अगर भविष्य में ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाया जाता है, तो इसका असर सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है।
ट्रंप का ‘टैरिफ बम’: क्या है पूरा मामला?
चर्चा है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप सत्ता में वापसी करते हैं तो वे भारत समेत कई देशों से आने वाले सामानों पर 50% या उससे भी अधिक का टैरिफ लगा सकते हैं। इस तरह के कदम का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी उद्योगों को संरक्षण देना और दूसरे देशों पर व्यापारिक दबाव बनाना होता है। इस संभावित ‘टैरिफ वार’ को लेकर छत्तीसगढ़ के कारोबारियों में अभी से चिंता का माहौल है।क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका?
छत्तीसगढ़ के इन प्रमुख उद्योगों पर मंडरा रहा खतरा
छत्तीसगढ़ केवल खनिज संपदा के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यहाँ से कई तरह के उत्पाद अमेरिका जैसे देशों को निर्यात किए जाते हैं। टैरिफ बढ़ने का सीधा असर इन उद्योगों पर पड़ेगा:
स्टील और सरिया: छत्तीसगढ़ देश के प्रमुख स्टील उत्पादक राज्यों में से एक है। यहाँ से स्टील और सरिया का निर्यात होता है। टैरिफ लगने से इनकी लागत अमेरिका में बढ़ जाएगी, जिससे मांग में कमी आ सकती है।
ऑटोमोबाइल पार्ट्स: राज्य में कई छोटी-बड़ी इकाइयाँ ऑटोमोबाइल पार्ट्स का निर्माण करती हैं, जिन्हें विदेशों में भेजा जाता है। टैरिफ इन पार्ट्स को महंगा कर देगा।
रेडीमेड गारमेंट्स: छत्तीसगढ़ के कपड़ा उद्योग से जुड़े निर्यातक भी अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं। टैरिफ से कपड़ों की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे स्थानीय कारोबारियों को भारी नुकसान हो सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान और अन्य उत्पाद: इन प्रमुख सेक्टरों के अलावा जेम्स-ज्वेलरी और अन्य इंजीनियरिंग उत्पाद भी प्रभावित होंगे।
कैसे काम करता है टैरिफ का असर?
जब अमेरिका भारतीय सामान पर अतिरिक्त टैक्स (टैरिफ) लगाता है, तो वहाँ पहुँचने पर वह सामान महंगा हो जाता है। अमेरिकी ग्राहक और कंपनियाँ महंगे भारतीय सामान के बजाय दूसरे देशों से सस्ता विकल्प तलाशने लगते हैं। इससे भारतीय उत्पादों की मांग घट जाती है और निर्यात पर सीधा असर पड़ता है। इसका नतीजा यह होता है कि छत्तीसगढ़ के निर्माताओं को उत्पादन कम करना पड़ता है, जिससे व्यापार में मंदी और रोजगार में कमी का खतरा पैदा हो जाता है।क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका?
कारोबारियों की चिंता: बाजार में मंदी की आशंका
व्यापार जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के टैरिफ युद्ध से बाजार में अस्थिरता आती है। उनका कहना है कि अगर भारतीय उत्पादों पर 50% का भारी शुल्क लगता है, तो इससे न केवल निर्यात घटेगा, बल्कि पूरी सप्लाई चेन प्रभावित होगी। कारोबारियों के अनुसार, इससे बाजार में मंदी जैसे हालात बन सकते हैं, क्योंकि जब निर्यात थमेगा तो स्थानीय स्तर पर उत्पादन भी धीमा पड़ जाएगा।क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका?
यह स्थिति “मेक इन इंडिया” जैसे अभियानों के लिए भी एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है, जिसका लक्ष्य भारत को एक वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना है।क्या ट्रंप के टैरिफ से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका?









