निडर छत्तीसगढ़/दुर्ग । दुर्ग जिला अस्पताल परिसर में मंगलवार को मरीज के साथ अजीबोगरीब घटना घटित हुई जिनके बारे में उन्होंने सपने में भी नही सोचा होगा।
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सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले के सरकारी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीज एवं उनके परिजन का अस्पताल के गार्ड के साथ किसी बात को लेकर बहस हो गई । इलाज कराने आए मरीज को बंधक बनाकर, उनके परिजन के साथ की गई मारपीट
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जिसके बाद वहा ड्यूटी पर मौजूद गार्ड को इतना गुस्सा आया की वो अपना आपा खो बैठे । वहा ड्यूटी पर तैनात सभी गार्डों ने मिलकर पहले तो मरीज के हाथ बांध कर औंधे मुंह जमीन पर लेटा दिया जिसका मरीज के परिजनों के द्वारा विरोध करने पर वहा मौजूद सभी गार्डों ने मिलकर उसकी जमकर लात घुसे से पिटाई शुरू कर दी।
जिसके बाद अस्पताल परिसर में भीड़ जमा होने लगी । जानकारी अस्पताल प्रबंधन तक पहुंच गई है है। अब देखना ये है कि अस्पताल प्रबंधन दोषी सुरक्षा कर्मियों पर क्या कार्यवाही करती है। इलाज कराने आए मरीज को बंधक बनाकर उनके परिजन के साथ की गई मारपीट
इस घटना ने मानवता को शर्मशार कर दिया। गार्ड जो रक्षक होते है वही भक्षक बन बैठे। आखिर किसने दिया इनको मरीज के परिजनों को पीटने का अधिकार? क्या ये मरीज एवं उनके मानवाधिकार का हनन नहीं है? क्या ये किसी से नहीं डरते जब चाहे किसी के भी साथ मारपीट कर सकते है?
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आखिरकार उक्त घटने में जिम्मेदार सुरक्षा कर्मियों पर एफआईआर कब होगी? क्या इस प्रकार से घटना घटित होने के बाद इनको नौकरी पर रखना उचित होगा? क्या मरीज एवं उनके परिजनों को न्याय मिलेगा? इलाज कराने आए मरीज को बंधक बनाकर उनके परिजन के साथ की गई मारपीट
इस तरह से कई तरह के सवाल जनता के मन में जिला प्रशासन पर उठ रहे है।
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