दमोह: मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। ताजा मामला दमोह जिले से सामने आया है, जहां सहकारिता विभाग के ऑडिटर आर.पी. कोरी को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। बड़ी खबर: सहकारिता विभाग का ऑडिटर 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
घटना का विवरण
- रिश्वत की मांग:
- सहकारिता विभाग के ऑडिटर आर.पी. कोरी ने खिरिया मडला समिति के प्रबंधक जीवनलाल पटेल से ऑडिट में कमी न निकालने के बदले 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
- पटेल ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस सागर टीम से की।
- लोकायुक्त का जाल:
- शिकायत की पुष्टि के बाद, लोकायुक्त टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई।
- निरीक्षक केपीएस बेन के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई करते हुए ऑडिटर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
- कार्रवाई जारी:
- सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
- छानबीन के दौरान टीम में उप पुलिस अधीक्षक बी.एम. द्विवेदी और आरक्षक आशुतोष व्यास समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे। बड़ी खबर: सहकारिता विभाग का ऑडिटर 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश
यह घटना दिखाती है कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार अब भी गंभीर समस्या बनी हुई है। लोकायुक्त की सख्ती के बावजूद रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। लोकायुक्त ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए जाते रहेंगे। बड़ी खबर: सहकारिता विभाग का ऑडिटर 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार