बिलासपुर: वर्दी की आड़ में गांजा तस्करी, चार GRP कांस्टेबल बर्खास्त

बिलासपुर, छत्तीसगढ़: वर्दी की आड़ में गांजा तस्करी के मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। जिले के रेलवे सुरक्षा बल (GRP) के चार कांस्टेबल को तस्करी और अवैध गतिविधियों में शामिल होने के कारण बर्खास्त कर दिया गया है। रेल पुलिस अधीक्षक जे.आर. ठाकुर ने इस गंभीर मामले पर कार्रवाई करते हुए इन चारों आरक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। यह चारों कांस्टेबल रायपुर इकाई में तैनात थे। बिलासपुर: वर्दी की आड़ में गांजा तस्करी, चार GRP कांस्टेबल बर्खास्त
जांच में बड़े खुलासे
पुलिस जांच में यह सामने आया कि बर्खास्त किए गए आरक्षकों में सौरभ नागवंशी, मन्नू प्रजापति, संतोष राठौड़, और लक्ष्मण गाईन अवैध गतिविधियों में लिप्त थे। जांच के दौरान इन कांस्टेबलों के बैंक खातों में करोड़ों रुपये जमा पाए गए और कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन्स भी मिले। इन सब के आधार पर 29 अक्टूबर को इन चारों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था। बिलासपुर: वर्दी की आड़ में गांजा तस्करी, चार GRP कांस्टेबल बर्खास्त
सख्त कार्रवाई पर रेल पुलिस अधीक्षक की प्रतिक्रिया
जे.आर. ठाकुर ने इस मामले पर सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वर्दी की आड़ में अवैध गतिविधियां कभी भी सहन नहीं की जाएंगी। इस कार्रवाई का उद्देश्य पुलिस बल की साख को बनाए रखना और भ्रष्टाचार पर कड़ी नजर रखना है। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना समाज को यह संदेश देती है कि कानून के रखवाले कभी भी कानून से ऊपर नहीं हो सकते। बिलासपुर: वर्दी की आड़ में गांजा तस्करी, चार GRP कांस्टेबल बर्खास्त
सामाजिक और पुलिस विभाग के लिए संदेश
यह घटना पुलिस विभाग और समाज दोनों के लिए एक बड़ा सबक है। यह साबित करता है कि कानून के रखवाले भी अगर अपराध करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की घटनाओं से न केवल पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचता है, बल्कि यह समाज में विश्वास को भी कमजोर करता है। बिलासपुर: वर्दी की आड़ में गांजा तस्करी, चार GRP कांस्टेबल बर्खास्त









