महालेखाकार कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पर CBI का शिकंजा, करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा

महालेखाकार कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पर CBI का शिकंजा, करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा
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CG News: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने छत्तीसगढ़ महालेखाकार (AG) कार्यालय में पदस्थ एक वरिष्ठ लेखा परीक्षा अधिकारी, वीरेंद्र पटेल, के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई पिछले वर्ष सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी के बाद हुई, जिसमें अधिकारी के आवास और सरकारी दफ्तर से करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति और निवेश से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए थे।महालेखाकार कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पर CBI का शिकंजा
आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति का अर्जन
सीबीआई द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों की गहन जांच के बाद, 28 मई को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि उक्त अधिकारी ने 1 जनवरी 2013 से 31 मार्च 2024 (संभावित रूप से 2025 की जगह 2024) की अवधि के दौरान स्वयं, अपनी पत्नी और पुत्र के नाम पर कुल 3 करोड़ 32 लाख 93 हजार 298 रुपये की चल-अचल संपत्तियां अर्जित कीं। जांच एजेंसी का मानना है कि यह संपत्ति उनके वैध आय के ज्ञात स्रोतों से काफी अधिक है।महालेखाकार कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पर CBI का शिकंजा
पिछले साल हुई थी छापेमारी, मिले थे अहम सुराग
रायपुर सीबीआई की टीम ने पिछले साल (संभवतः 9 सितंबर को, वर्ष स्पष्ट नहीं) वीरेंद्र पटेल से जुड़े तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इन ठिकानों में महालेखाकार कार्यालय स्थित उनका दफ्तर, उनका शासकीय आवास और निजी घर शामिल था।महालेखाकार कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पर CBI का शिकंजा
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आरोपी ऑडिटर वीरेंद्र कुमार पटेल ने 13 जुलाई 2006 को सहायक लेखा अधिकारी (SO) के पद पर 4,800 रुपये के ग्रेड वेतन के साथ नौकरी शुरू की थी।
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आरोप है कि इसके बाद उन्होंने लगभग हर साल बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्तियों की खरीद-फरोख्त की।
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तलाशी के दौरान सीबीआई को प्रारंभिक तौर पर लगभग 5 करोड़ 37 लाख 4 हजार 123 रुपये की संपत्तियां खरीदने के सुराग मिले थे, जिनके दस्तावेजों को जांच के लिए जब्त किया गया था।
12 वर्षों में करोड़ों की संपत्ति का साम्राज्य
सीबीआई की विस्तृत जांच और छापेमारी के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए:
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जांच अवधि (31 जुलाई 2007 से 31 मार्च 2024 के बीच) में अधिकारी की पत्नी के नाम पर 3 करोड़ 89 लाख 54 हजार रुपये की चल-अचल संपत्तियां पाई गईं।
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अधिकारी के घोषित बैंक खातों (डीए अकाउंट) में 1 करोड़ 47 लाख 50 हजार 143 रुपये जमा मिले।
इन सभी संपत्तियों का मूल्यांकन, संबंधित दस्तावेजों, प्रॉपर्टी खरीद के कागजातों और डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच के बाद सीबीआई इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि वीरेंद्र पटेल ने कुल 3 करोड़ 32 लाख 93 हजार 298 रुपये की संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की है, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से मेल नहीं खाती। सीबीआई ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।महालेखाकार कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी पर CBI का शिकंजा









