रायपुर: पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने एक बार फिर रायपुर के हिंदू हाई स्कूल में हजारों निःशुल्क किताबों के पाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं और इसे एक बड़ा शैक्षिक घोटाला करार दिया है। वहीं, जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया है।रायपुर: निःशुल्क किताबों को लेकर फिर खड़ा हुआ विवाद, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने लगाए घोटाले के आरोप, जिला प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज
विकास उपाध्याय के आरोप
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने राजधानी के हिंदू हाई स्कूल का दौरा किया और वहां हजारों किताबों का ढेर मीडिया को दिखाया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “जब इस स्कूल में छात्रों की कुल संख्या सिर्फ 177 है, तो यहां इतनी हजारों किताबें क्यों रखी गई हैं?”
विकास ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह घोटाला सौ करोड़ से भी अधिक का हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि ये किताबें छात्रों को बांटी नहीं जातीं और बाद में इन्हें रद्दी के भाव में बेचा जाता है या रीसाइकिल के लिए भेज दिया जाता है।रायपुर: निःशुल्क किताबों को लेकर फिर खड़ा हुआ विवाद, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने लगाए घोटाले के आरोप, जिला प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज
जिला शिक्षा अधिकारी का बयान
विवाद को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल ने एक लिखित बयान जारी करते हुए विकास उपाध्याय के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि हिंदू हाई स्कूल राज्य ओपन बोर्ड का समन्वयक केंद्र है, जहां राज्य ओपन बोर्ड की किताबें रखी जाती हैं और उन्हें समय-समय पर छात्रों में बांटा जाता है।
खंडेलवाल ने कहा, “कुछ किताबें समग्र शिक्षा अभियान के तहत फ्री सैंपल के रूप में मिली हैं, जो स्कूल में रखी गई हैं। इसके अलावा कुछ व्यावसायिक पाठ्यक्रम की पुरानी किताबें भी वहां पड़ी हैं, जो अब उपयोग में नहीं हैं। यह सब सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है और इसमें कोई घोटाला नहीं है।”रायपुर: निःशुल्क किताबों को लेकर फिर खड़ा हुआ विवाद, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने लगाए घोटाले के आरोप, जिला प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज
विकास उपाध्याय का जवाब
विकास उपाध्याय ने जिला शिक्षा अधिकारी के बयान को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा, “यह सिर्फ झूठ है। अगर किताबें बांटने के लिए हैं, तो अभी तक ओपन स्कूल के छात्रों को ये किताबें क्यों नहीं दी गईं, जबकि सत्र आधा खत्म होने वाला है। यह एक बड़ा भ्रष्टाचार है, और सरकार दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है।”रायपुर: निःशुल्क किताबों को लेकर फिर खड़ा हुआ विवाद, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने लगाए घोटाले के आरोप, जिला प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज