भगवान कृष्ण की नगरी का होगा वैज्ञानिक अध्ययन, समुद्री पुरातत्व में नया कदम
नई दिल्ली: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) समुद्र में समाई द्वारका और बेट द्वारका के रहस्यों को उजागर करने के लिए अब तक का सबसे बड़ा पुरातात्विक अभियान शुरू करने जा रहा है। यह अभियान मार्च 2025 में शुरू होने की संभावना है। इस ऐतिहासिक शोध का उद्देश्य प्राचीन अवशेषों की खोज, काल निर्धारण और वैज्ञानिक अध्ययन करना है। समुद्र में डूबी द्वारका के रहस्यों से उठेगा पर्दा, ASI का सबसे बड़ा अभियान शुरू
समुद्र में मिलेगी डूबी द्वारका के गौरवशाली इतिहास की झलक!
हिंदू ग्रंथों के अनुसार, द्वारका भगवान श्रीकृष्ण की नगरी थी, जो कालांतर में समुद्र में समा गई। इस अभियान के तहत अरब सागर में 3.218 किमी चौड़े और 6.437 किमी लंबे क्षेत्र का पुरातात्विक सर्वेक्षण किया जाएगा।
– ASI की अंडरवाटर आर्कियोलॉजी विंग (UAW) का पहला बड़ा अभियान
– प्राचीन अवशेषों की खोज व काल निर्धारण पर होगा फोकस
– समुद्र के भीतर द्वारका की परतों को खंगालने की योजना समुद्र में डूबी द्वारका के रहस्यों से उठेगा पर्दा, ASI का सबसे बड़ा अभियान शुरू
अत्याधुनिक तकनीकों से खोजे जाएंगे रहस्य
समुद्र की गहराइयों में द्वारका के अवशेषों की खोज के लिए ‘मल्टीबीम सोनार’ और ‘इकोसाउंडर’ जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा।
मल्टीबीम सोनार – समुद्र तल का थ्रीडी चित्र तैयार करेगा
इकोसाउंडर – समुद्र के भीतर छिपे अवशेषों की गहराई मापेगा
पुरातत्वविदों की टीम को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा
द्वारका – प्राचीन व्यापारिक केंद्र भी था!
इतिहासकारों के अनुसार, द्वारका प्राचीन काल में व्यापार और बंदरगाह का महत्वपूर्ण केंद्र था। इस अध्ययन में व्यापारिक गतिविधियों और बंदरगाह संरचनाओं को लेकर भी नई जानकारियां सामने आ सकती हैं। समुद्र में डूबी द्वारका के रहस्यों से उठेगा पर्दा, ASI का सबसे बड़ा अभियान शुरू
महिला पुरातत्वविद भी निभाएंगी अहम भूमिका
ASI के इस अभियान में महिला पुरातत्वविदों की भी बड़ी संख्या में भागीदारी होगी। समुद्र के तल पर पुरातत्व कार्य चुनौतीपूर्ण होता है, इसलिए टीम को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
💬 ASI के ADG (पुरातत्व) प्रो. आलोक त्रिपाठी ने कहा:
“यह भारत में समुद्री पुरातत्व का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण अभियान होगा। इससे द्वारका के प्राचीन इतिहास पर नई रोशनी पड़ेगी।” समुद्र में डूबी द्वारका के रहस्यों से उठेगा पर्दा, ASI का सबसे बड़ा अभियान शुरू