
‘इंग्लैंड की मनमानी नहीं चलेगी!’, बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर, जमकर लगाई क्लास
बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर, भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स और उनकी टीम को उनके “रोने-धोने” वाले रवैये के लिए जमकर लताड़ा है। गावस्कर ने स्टोक्स के उस प्रस्ताव पर सवाल उठाया जिसमें उन्होंने मैच खत्म होने से काफी पहले ही ड्रॉ की पेशकश कर दी थी, जिसे भारतीय बल्लेबाजों ने ठुकरा दिया था।
“क्या हैरी ब्रूक के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं?” – ड्रॉ ठुकराने पर जडेजा-सुंदर पर तंज
मामला ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के आखिरी दिन का है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने खेल के आखिरी घंटे से पहले ही भारतीय बल्लेबाजों रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को मैच ड्रॉ करने की पेशकश की। उस समय दोनों ही बल्लेबाज अपने-अपने शतकों के करीब थे, इसलिए उन्होंने बल्लेबाजी जारी रखने का फैसला किया। इस पर स्टोक्स और अन्य इंग्लिश खिलाड़ी चिढ़ गए और भारतीय बल्लेबाजों पर तंज कसने लगे, “क्या आप हैरी ब्रूक (पार्ट-टाइम गेंदबाज) के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं?” बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर
गावस्कर का पलटवार: ‘खेल में दो टीमें होती हैं, सिर्फ इंग्लैंड नहीं’
सुनील गावस्कर ने अपने एक कॉलम में इंग्लैंड के इस रवैये की कड़ी आलोचना की। उन्होंने लिखा, “इंग्लैंड के खिलाड़ी यह भूल गए कि मैदान पर दो टीमें खेल रही हैं। अगर एक टीम खेल जारी रखने का फैसला करती है, तो दूसरी टीम को इसका सम्मान करना ही होगा। हर चीज उस हिसाब से नहीं हो सकती जैसा सिर्फ इंग्लैंड चाहता है।” बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर
‘टेस्ट शतक मजाक नहीं’, बल्लेबाजों को था अपना मुकाम पाने का हक
लिटिल मास्टर ने भारतीय बल्लेबाजों का बचाव करते हुए कहा, “टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाना कोई आसान काम नहीं है और यह हर मैच में नहीं बनता। इसलिए, जडेजा और सुंदर को अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को हासिल करने का पूरा हक था, और उन्होंने आखिरकार किया भी। अगर मैं कप्तान होता, तो मैं उन्हें बचे हुए सभी ओवर खेलने के लिए कहता ताकि इंग्लिश फील्डर और भी ज्यादा थक जाएं, खासकर उनके तंज कसने वाले व्यवहार के बाद।” बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर
गावस्कर का स्टोक्स से सीधा सवाल- ‘तो फिर आपने 600 रन बनाकर पारी घोषित क्यों नहीं की?’
बेन स्टोक्स ने मैच के बाद सफाई दी कि वह अपने मुख्य गेंदबाजों को चोट से बचाने के लिए मैच जल्दी खत्म करना चाहते थे। गावस्कर ने इस तर्क को खोखला बताया। उन्होंने सवाल उठाया, “अगर गेंदबाजों की इतनी ही चिंता थी, तो इंग्लैंड ने 600 से ज्यादा रन क्यों बनाए और 311 की भारी बढ़त क्यों ली? क्या उन्हें डर था कि अगर बढ़त कम होती तो भारत उन्हें हरा सकता था?” बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर
गावस्कर ने इसे अंग्रेजों की पुरानी मानसिकता बताते हुए कहा, “यह उसी पुराने सिंड्रोम का उदाहरण है कि ‘जब हम करते हैं, तो वह सही है; जब विरोधी टीम करती है, तो वह गलत है’। लेकिन अब वो दिन लद गए हैं, और कोई भी, खासकर भारतीय टीम, अब यह सब दबकर सहने वाली नहीं है।” बेन स्टोक्स के ‘ड्रॉ’ प्रस्ताव पर भड़के गावस्कर









