महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान, निजी दुकानों से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर

महासमुंद : महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान, निजी दुकानों से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर, धान की खेती के लिए मशहूर महासमुंद जिले में किसान इन दिनों रासायनिक खाद, खासकर यूरिया की किल्लत से जूझ रहे हैं। सहकारी समितियों में खाद की अनुपलब्धता के कारण किसानों को निजी दुकानों से मनमाने और महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे उनकी लागत बढ़ रही है और वे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
खाद की कमी, किसानों में आक्रोश
जिले में धान की फसल के लिए इस समय यूरिया खाद की सबसे अधिक आवश्यकता है, लेकिन सहकारी समितियों में इसकी भारी कमी है। मांग के अनुरूप आपूर्ति न होने से किसान खासे नाराज हैं। जानकारी के अनुसार, जिले से 66,976 टन खाद की मांग की गई थी, जिसके मुकाबले केवल 47,751 टन खाद का ही भंडारण हो पाया। इसमें से 43,020 टन खाद का वितरण किया जा चुका है।महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान
निजी दुकानों पर कालाबाजारी का आरोप
किसानों का आरोप है कि खाद की कमी के चलते निजी दुकानदार कालाबाजारी कर रहे हैं। जहां सहकारी समितियों में खाद मिल नहीं रही, वहीं निजी दुकानों पर ऊंचे दामों पर खाद उपलब्ध है, साथ ही कुछ दुकानदार किसानों को खाद के साथ अन्य अनावश्यक उत्पाद खरीदने के लिए भी मजबूर कर रहे हैं। इससे किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान
यूरिया की सर्वाधिक कमी
सहकारी समितियों में वर्तमान में यूरिया का 22,881 टन, सुपर फास्फेट का 11,816 टन, डीएपी का 6,579 टन, पोटाश का 2,880 टन और 202013 व 123216 खाद का 3,997 टन भंडारण है। जिले को अभी लगभग 20,000 टन खाद की और आवश्यकता है। विशेष रूप से यूरिया की मांग 30,000 टन थी, लेकिन केवल 22,881 टन ही आपूर्ति की गई, जिससे लगभग 8,000 टन यूरिया की कमी बनी हुई है।महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान
किसानों की चेतावनी: चक्काजाम को मजबूर होंगे
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के छत्तीसगढ़ प्रदेश महासचिव तेजराम विद्रोही, जिला पंचायत सदस्य मोक्ष प्रधान और जागेश्वर जुगनू चंद्राकर की उपस्थिति में सांकरा में हुई किसानों की बैठक में यह मुद्दा प्रमुखता से उठा। पिथौरा ब्लॉक के संयोजक अजय साहू ने बताया कि किसानों ने एसडीएम पिथौरा को ज्ञापन सौंपकर 29 अगस्त तक पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने और कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो 1 सितंबर को सांकरा नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया जाएगा।महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी ने बताया कि समितियों में खाद का वितरण किया जा रहा है और यूरिया खाद की वर्तमान आवश्यकता को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।महासमुंद के किसान खाद की कमी से परेशान









