नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार: गृहमंत्री अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा, जांबाज जवानों से करेंगे सीधी मुलाकात

नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार: गृहमंत्री अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा, जांबाज जवानों से करेंगे सीधी मुलाकात
रायपुर: नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में मिली ऐतिहासिक सफलताओं के बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद जवानों का हौसला बढ़ाने छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। जून के अंतिम सप्ताह में होने वाले इस महत्वपूर्ण दौरे पर गृहमंत्री शाह नक्सल विरोधी अभियानों में शामिल सुरक्षाबलों के जवानों से सीधे मुलाकात करेंगे और उनकी बहादुरी को सलाम करेंगे।नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार
क्यों खास है यह दौरा?
यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में गृहमंत्री शाह ने दिल्ली में नक्सल विरोधी अभियानों की कमान संभालने वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया था। अब वे उन जवानों से रूबरू होना चाहते हैं, जो अपनी जान की बाजी लगाकर इन ऑपरेशनों को सफल बनाते हैं। यह दौरा जवानों के मनोबल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगा।नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार
अबूझमाड़ की ऐतिहासिक सफलता के बाद सम्मान
पिछले महीने सुरक्षाबलों को अबूझमाड़ के घने जंगलों में एक ऐतिहासिक कामयाबी मिली थी, जब उन्होंने एक बड़े नक्सली कमांडर को मार गिराया था। इस बड़ी सफलता के बाद गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़ के आला अधिकारियों को दिल्ली बुलाकर उनकी पीठ थपथपाई थी।नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार
इस मुलाकात के बाद गृहमंत्री शाह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था, “हाल ही में नक्सल विरोधी अभियानों में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों से भेंट कर उन्हें बधाई दी। मैं उन बहादुर जवानों से भी मिलने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने अपनी बहादुरी से इन अभियानों को सफल बनाया और जल्द ही छत्तीसगढ़ जाकर उनसे भेंट करूंगा।”नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार
नक्सलवाद के खिलाफ सरकार का ‘जीरो टॉलरेंस’
गृहमंत्री के इस दौरे को नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। दिल्ली में हुई उच्च-स्तरीय बैठक में बस्तर आईजी सुंदरराज पी, बस्तर एसपी शलभ कुमार सिन्हा, नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार और बीजापुर एसपी जितेंद्र कुमार यादव के साथ-साथ केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और आईबी निदेशक तपन डेका जैसे शीर्ष अधिकारी भी शामिल थे। यह दर्शाता है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह संकल्पित हैं।नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार
यह दौरा न केवल जवानों के लिए एक सम्मान होगा, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और सुरक्षा की नई रणनीति को भी गति देगा।नक्सलवाद पर अंतिम प्रहार









