रायपुर | कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की जेल से रिहाई के बाद हुए जश्न ने सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम कर दिया, जिसके चलते पुलिस ने देवेंद्र यादव, सुबोध हरितवाल, आकाश शर्मा समेत 13 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस जाम में यात्री बसें, आम जनता और एंबुलेंस फंस गईं, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। विधायक देवेंद्र यादव समेत 13 लोगों पर FIR: सड़क पर जश्न से जाम, एंबुलेंस और बसें फंसी
कैसे फैला जाम, क्यों दर्ज हुई FIR?
✔ देवेंद्र यादव की रिहाई के बाद बड़ी संख्या में समर्थक सड़क पर जमा हो गए।
✔ 500-600 लोगों की भीड़ ने जेल गेट के सामने कई गाड़ियां खड़ी कर दीं।
✔ पुलिस की चेतावनी के बावजूद भीड़ तितर-बितर नहीं हुई।
✔ सड़क जाम होने से मरीजों से भरी एंबुलेंस और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दिक्कत हुई।
✔ पुलिस ने इसे गंभीर मामला मानते हुए FIR दर्ज की। विधायक देवेंद्र यादव समेत 13 लोगों पर FIR: सड़क पर जश्न से जाम, एंबुलेंस और बसें फंसी
रिहाई के बाद राहुल गांधी से मिले देवेंद्र यादव
🔹 जेल से रिहा होने के अगले ही दिन देवेंद्र यादव ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की।
🔹 उन्होंने कहा, “बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलते हुए हम नफरत की राजनीति को खत्म करने का प्रयास करेंगे।”
🔹 देवेंद्र ने किसानों, आदिवासियों, दलितों, महिलाओं और युवाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने की बात कही। विधायक देवेंद्र यादव समेत 13 लोगों पर FIR: सड़क पर जश्न से जाम, एंबुलेंस और बसें फंसी
देवेंद्र यादव बोले – जहां जरूरत होगी, वहां बिना डरे जाएंगे
✔ देवेंद्र यादव ने CBI जांच की मांग उठाई।
✔ उनकी जमानत 20 फरवरी को बर्थडे के अगले दिन मंजूर हुई।
✔ वे 17 अगस्त 2024 से कुल 192 दिनों तक जेल में बंद रहे। विधायक देवेंद्र यादव समेत 13 लोगों पर FIR: सड़क पर जश्न से जाम, एंबुलेंस और बसें फंसी
सुप्रीम कोर्ट से देवेंद्र यादव को राहत, विधायकी पर रोक हटी
🔹 सुप्रीम कोर्ट ने विधायक देवेंद्र यादव की विधायकी रद्द करने वाली याचिका पर फिलहाल रोक लगा दी।
🔹 यह याचिका पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने दाखिल की थी।
🔹 अप्रैल में हाईकोर्ट तय करेगा कि इस मामले की सुनवाई होनी चाहिए या नहीं। विधायक देवेंद्र यादव समेत 13 लोगों पर FIR: सड़क पर जश्न से जाम, एंबुलेंस और बसें फंसी
विधायकी के खिलाफ दायर याचिका में क्या हैं आरोप?
✔ प्रेम प्रकाश पांडेय ने आरोप लगाया कि देवेंद्र यादव ने नामांकन पत्र में अपनी संपत्ति और आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाई।
✔ चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, सभी उम्मीदवारों को अपनी संपत्ति और केस से जुड़ी जानकारी देना अनिवार्य है।
✔ यदि कोई प्रत्याशी जानकारी छुपाता है, तो उसका चुनाव शून्य घोषित किया जा सकता है। विधायक देवेंद्र यादव समेत 13 लोगों पर FIR: सड़क पर जश्न से जाम, एंबुलेंस और बसें फंसी