जगदलपुर में बड़ा भ्रष्टाचार: सरपंच-सचिव ने मिलकर डकारे लाखों, अब होगी 15 लाख से ज्यादा की वसूली!

जगदलपुर में बड़ा भ्रष्टाचार: सरपंच-सचिव ने मिलकर डकारे लाखों, अब होगी 15 लाख से ज्यादा की वसूली!
मुख्य बिंदु:
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जगदलपुर की आसना और नियानार ग्राम पंचायतों में वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा।
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सरपंच और सचिवों ने बिना काम कराए निकाल लिए लाखों रुपये।
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प्रशासन का बड़ा एक्शन, आरआरसी के तहत वसूली के आदेश जारी।
जगदलपुर में बड़ा भ्रष्टाचार: सरपंच-सचिव ने मिलकर डकारे लाखों, जगदलपुर जनपद पंचायत में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहाँ दो ग्राम पंचायतों—आसना और नियानार—में सरपंच और सचिवों की मिलीभगत से सरकारी योजनाओं की राशि में लाखों रुपये का गबन किया गया। ग्रामीणों की शिकायत के बाद हुई प्रशासनिक जांच में इस पूरे गोलमाल का पर्दाफाश हुआ है, जिसके बाद अब दोषियों से राशि वसूलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नियानार पंचायत: 8.84 लाख की वसूली का आदेश
जांच में ग्राम पंचायत नियानार में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं। एसडीएम जगदलपुर ने तहसीलदार नानगुर को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नियानार की सरपंच चंपा कश्यप और सचिव निलिमा मारकण्डेय से 8 लाख 84 हजार रुपये की राशि की वसूली की जाए। इन दोनों पर योजनाओं के नाम पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप साबित हुआ है।जगदलपुर में बड़ा भ्रष्टाचार: सरपंच-सचिव ने मिलकर डकारे लाखों
आसना पंचायत: सरपंच और दो सचिवों से होगी 6.61 लाख की वसूली
इसी तरह, ग्राम पंचायत आसना में भी बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। यहां के सरपंच प्रवीर देहारी, पूर्व सचिव रतन बघेल और तत्कालीन सचिव सीताराम यादव से मिलकर 6 लाख 61 हजार रुपये की वसूली की जाएगी। जांच रिपोर्ट के अनुसार, इन तीनों ने मिलकर बिना कोई ठोस काम किए सरकारी खजाने को चूना लगाया।जगदलपुर में बड़ा भ्रष्टाचार: सरपंच-सचिव ने मिलकर डकारे लाखों
कैसे हुआ भ्रष्टाचार का पर्दाफाश?
यह पूरा मामला तब सामने आया जब स्थानीय ग्रामीणों ने पंचायत के कामों में हो रही धांधली को लेकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद प्रशासन ने एक जांच टीम गठित की। जांच में पाया गया कि:
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कागजों पर काम दिखाकर सरकारी राशि निकाल ली गई, जबकि धरातल पर कोई काम नहीं हुआ।
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इस पूरे भ्रष्टाचार में सरपंच और सचिवों की सीधी मिलीभगत थी।
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जांच रिपोर्ट में तथ्य स्पष्ट होने के बाद, एसडीएम ने राजस्व वसूली प्रमाण पत्र (RRC) के तहत वसूली के सख्त निर्देश जारी किए।
ग्रामीणों में गुस्सा, अन्य पंचायतों की जांच की मांग
इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की है, लेकिन उनमें दोषियों के खिलाफ भारी रोष भी है। ग्रामीणों का कहना है कि विकास के लिए आया पैसा जनप्रतिनिधि और अधिकारी मिलकर हजम कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी ہے कि यदि दोषियों पर सिर्फ वसूली के अलावा कठोर आपराधिक कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। साथ ही, उन्होंने ब्लॉक की अन्य पंचायतों में भी इसी तरह की जांच कराने की मांग की ।जगदलपुर में बड़ा भ्रष्टाचार: सरपंच-सचिव ने मिलकर डकारे लाखों









