गलत जानकारी देने पर वन विभाग के अधिकारियों पर गिरी गाज
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र 2025 के दौरान गलत जानकारी प्रस्तुत करने के मामले में वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर जांच हुई, जिसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी समेत 5 वनकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर जांच, 5 वनकर्मी निलंबित
कैसे सामने आया मामला?
➡️ बजट सत्र 2025 के दौरान कांग्रेस विधायक शेषराज हरवंश ने इंदिरा निकुंज माना रोपणी में कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के संचालन से जुड़ा सवाल उठाया था।
➡️ इस पर वन विभाग ने सदन में गलत जानकारी प्रस्तुत की।
➡️ मामले की गंभीरता को देखते हुए वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) व्ही. श्रीनिवास राव को जांच के निर्देश दिए। वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर जांच, 5 वनकर्मी निलंबित
जांच समिति गठित, दोषियों पर कार्रवाई
✔️ PCCF व्ही. श्रीनिवास राव की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई गई।
✔️ कमेटी में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक नावेद शुजाउद्दीन और मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त, राजू अगासिमनी को सदस्य नियुक्त किया गया।
✔️ जांच में दोषी पाए गए 5 अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया:
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रायपुर वनमंडल के वन परिक्षेत्र अधिकारी सतीश मिश्रा
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माना नर्सरी प्रभारी वनपाल तेजा सिंह साहू
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वनमंडल कार्यालय के सहायक ग्रेड-02 अविनाश वाल्दे और प्रदीप तिवारी
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परिक्षेत्र कार्यालय के लिपिक अजीत डड़सेना
✔️ वनमंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल और उप वनमंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजने का निर्देश दिया गया। वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर जांच, 5 वनकर्मी निलंबित
वन मंत्री की सख्त हिदायत
– वन मंत्री केदार कश्यप ने सभी अधिकारियों को विधानसभा में प्रस्तुत की जाने वाली जानकारी को सत्य और प्रमाणिक रूप से भेजने की सख्त हिदायत दी।
– उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिया कि समस्त जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि जनता को सही जानकारी मिले और शासन के प्रति विश्वास बना रहे।
➡️ इस मामले में वन विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई, जिससे प्रशासन में हलचल मच गई है। सरकार ने साफ किया है कि इस तरह की गलतियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर जांच, 5 वनकर्मी निलंबित