जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज, 10 बसों का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड, 54 होंगी ब्लैकलिस्ट

जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज, 10 बसों का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड, 54 होंगी ब्लैकलिस्ट
मुख्य बिंदु:
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जगदलपुर परिवहन विभाग ने स्कूल बसों के खिलाफ चलाया सघन जांच अभियान।
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सुप्रीम कोर्ट के सुरक्षा दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर हुई बड़ी कार्रवाई।
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10 बसों का रजिस्ट्रेशन 3 महीने के लिए निलंबित, 15 बसों पर ₹75,000 का जुर्माना।
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जांच से बचने वाली 54 बसों को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी, संचालकों को नोटिस जारी।
जगदलपुर : जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज, बच्चों की सुरक्षा को ताक पर रखने वाले स्कूलों की अब खैर नहीं। जगदलपुर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) ने सुप्रीम कोर्ट के सुरक्षा दिशानिर्देशों की अनदेखी करने वाले स्कूलों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस अभियान में कई बसों का पंजीयन निलंबित कर दिया गया और भारी जुर्माना भी लगाया गया। RTO ने साफ कर दिया ہے कि बच्चों के जीवन से किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्यों हुई यह बड़ी कार्रवाई?

परिवहन विभाग ने बच्चों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी स्कूल बसों को जांच के लिए बुलाया था। इस जांच का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी बसें सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित सुरक्षा मानकों का पालन कर रही हैं या नहीं। इन मानकों में स्पीड लिमिट डिवाइस, व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग (VLT) डिवाइस, और CCTV कैमरे जैसे उपकरण अनिवार्य हैं।जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज
जांच में खुली पोल, कई बसें नदारद
RTO ने कुल 89 स्कूल बसों को जांच के लिए आड़ावाल स्थित कार्यालय में बुलाया था, लेकिन स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का आलम यह था कि केवल 35 बसें ही जांच के लिए पहुंचीं। 54 स्कूल बसों ने जांच में शामिल न होकर सीधे तौर पर नियमों को चुनौती दी। जो बसें जांच के लिए पहुंचीं, उनमें भी कई खामियां पाई गईं। जांच में पता चला कि 15 बसों में सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार अनिवार्य CCTV कैमरे ही नहीं लगे थे।जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज
नियम तोड़ने वालों पर RTO का हंटर
अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए परिवहन विभाग ने तत्काल एक्शन लिया:
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पंजीयन निलंबित: गंभीर खामियों वाली 10 स्कूल बसों का पंजीयन मोटरयान अधिनियम के तहत 3 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
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भारी जुर्माना: परमिट शर्तों का उल्लंघन करने वाली 15 बसों पर 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया, जिससे कुल 75,000 रुपये की वसूली की गई।
RTO की सख्त चेतावनी: ‘बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं’
संयुक्त कलेक्टर एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी डीसी बंजारे ने चेतावनी देते हुए कहा, “जांच में अनुपस्थित रहीं 54 स्कूल बसों के परमिट और फिटनेस को निरस्त कर उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही, संबंधित स्कूल संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।” परिवहन निरीक्षक एसके झा ने कहा, “स्कूल प्रबंधन बच्चों के साथ खिलवाड़ करना बंद करें। जो बसें जांच में नहीं आई हैं, उन्हें स्कूल में जाकर जांच कर जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।”जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज
सिर्फ बसें नहीं, चालकों की सेहत भी जरूरी
इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया। इसमें स्कूल बसों के चालकों और परिचालकों के स्वास्थ्य और आंखों की जांच की गई। साथ ही, सभी स्कूल अटेंडेंट को एक सप्ताह का प्रशिक्षण लेकर परिचालक लाइसेंस बनवाने का निर्देश दिया गया है।जगदलपुर RTO का बड़ा एक्शन: बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले स्कूलों पर गिरी गाज









