क्या 10,000 कदम चलना वास्तव में जरूरी है?
नई दिल्ली। फिटनेस ट्रैकर और हेल्थ ऐप्स अक्सर रोजाना 10,000 कदम चलने की सलाह देते हैं, लेकिन क्या यह सच में सेहत के लिए फायदेमंद है? इसका इतिहास 1960 के दशक से जुड़ा हुआ है, जब जापान में ‘मैनपो-केई’ नामक पेडोमीटर (कदम गिनने वाला उपकरण) लॉन्च किया गया था। रोजाना 10,000 कदम चलने से सेहत पर क्या असर पड़ता है? जानें पूरी सच्चाई!
10,000 कदम चलने के फायदे – क्या कहती है रिसर्च?
🔹 मृत्यु दर में कमी: रोजाना 7,500 से 10,000 कदम चलने से मृत्यु दर घटती है और जीवन प्रत्याशा बढ़ती है।
🔹 दिल की बीमारियों से बचाव: यह हृदय संबंधी रोगों का खतरा कम करता है।
🔹 मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है: कैलोरी बर्न करने और वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
🔹 निष्क्रियता से छुटकारा: ज्यादा चलने से टीवी देखने और मोबाइल स्क्रॉलिंग की आदतें कम हो सकती हैं।
🔹 कैंसर का खतरा कम: तेज चाल से चलने से भी कई बीमारियों से बचाव संभव है। रोजाना 10,000 कदम चलने से सेहत पर क्या असर पड़ता है? जानें पूरी सच्चाई!
कितना चलना चाहिए?
👉 साल 2022 में Circulation Journal में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, हर हफ्ते 150-300 मिनट की वॉक से हृदय रोग से मृत्यु का खतरा 22% से 31% तक कम हो सकता है।
👉 JAMA Oncology (2023) की स्टडी के अनुसार, 1-2 मिनट की तेज चाल से भी कैंसर का खतरा घट सकता है। रोजाना 10,000 कदम चलने से सेहत पर क्या असर पड़ता है? जानें पूरी सच्चाई!
क्या 10,000 कदम जरूरी हैं?
✅ जरूरी नहीं कि सिर्फ 10,000 कदम चलना ही सेहतमंद रहने के लिए पर्याप्त हो।
✅ ज्यादा चलना बेहतर स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए मददगार साबित होता है।
✅ सक्रिय रहना ही असली कुंजी है! रोजाना 10,000 कदम चलने से सेहत पर क्या असर पड़ता है? जानें पूरी सच्चाई!