माँ काली एलायस को 25,500 का जुर्माना, फिर भी जनसुनवाई की तैयारियाँ जारी

रायगढ़: छत्तीसगढ़ राज्य के रायगढ़ जिले में पर्यावरण प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है, जहां उद्योगों द्वारा पर्यावरण नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पर्यावरण विभाग ने हाल ही में माँ काली एलायस प्राइवेट लिमिटेड समेत कई उद्योगों पर कार्रवाई की है, जिसमें 25,500 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। इसके बावजूद, जनसुनवाई की तैयारियाँ धड़ल्ले से चल रही हैं, जो जनता के हितों पर सवाल खड़े कर रही हैं। माँ काली एलायस को 25,500 का जुर्माना, फिर भी जनसुनवाई की तैयारियाँ जारी
पर्यावरण नियमों का उल्लंघन
पर्यावरण विभाग की टीम द्वारा की गई जांच में माँ काली एलायस के खिलाफ बड़े पैमाने पर पर्यावरण नियमों के उल्लंघन पाए गए। बावजूद इसके, कंपनी को जनसुनवाई की अनुमति दी गई है। जिला पर्यावरण अधिकारी अंकित साहू के मुताबिक, ईएसपी (इलेक्ट्रोस्टेटिक प्रेसीपिटेटर) बंद होने और प्रदूषण से जुड़े नियमों की अनदेखी की वजह से कंपनी पर जुर्माना लगाया गया है। माँ काली एलायस को 25,500 का जुर्माना, फिर भी जनसुनवाई की तैयारियाँ जारी
आसपास के ग्रामीण लामबंद
क्षेत्र के आसपास रहने वाले ग्रामीणों में बढ़ता प्रदूषण और कंपनी की अनदेखी को लेकर गहरा आक्रोश है। कई गांवों के लोग इस जनसुनवाई के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। हाल ही में कंपनी में सुरक्षा उपायों की कमी के चलते एक मजदूर की मौत भी हो चुकी है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। माँ काली एलायस को 25,500 का जुर्माना, फिर भी जनसुनवाई की तैयारियाँ जारी
विकास की आड़ में विनाश
रायगढ़ जिले का पर्यावरण पहले ही कुदरती रूप से प्रदूषण की मार झेल रहा है। ऐसे में, माँ काली एलायस जैसी कंपनियों का विस्तार पर्यावरणीय विनाश की स्थिति पैदा कर रहा है। जनता की आवाज दबाने के आरोपों के बीच, ये कंपनियाँ विकास के नाम पर पर्यावरण को और ज्यादा नुकसान पहुंचा रही हैं। माँ काली एलायस को 25,500 का जुर्माना, फिर भी जनसुनवाई की तैयारियाँ जारी









