बिलासपुर | छत्तीसगढ़ पुलिस ने चुनाव आचार संहिता के दौरान एक बड़ी शराब तस्करी रैकेट का खुलासा किया है। 35 पेटी शराब को चुनावी प्रचार के लिए लाए जाने की योजना थी, जिसे बिलासपुर पुलिस ने रास्ते में ही पकड़ लिया। पुलिस ने इस मामले में चार तस्करों को गिरफ्तार किया और फिर बलौदाबाजार से नितिन जायसवाल को भी पकड़ा, जो कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी सुरेंद्र जायसवाल का भतीजा है। चाचा की चुनावी जीत के लिए भतीजे ने मंगवाई भारी मात्रा में शराब, तस्करी रैकेट का पर्दाफाश
क्या हुआ था?
शराब तस्करी रैकेट का खुलासा:
बिलासपुर पुलिस के द्वारा चलाए गए अवैध नशे के खिलाफ प्रहार अभियान के तहत पुलिस ने चुनाव में खपाने के लिए लाई जा रही 35 पेटी शराब को जब्त किया। यह शराब मध्य प्रदेश से लाकर बलौदाबाजार के नितिन जायसवाल तक पहुंचानी थी। चाचा की चुनावी जीत के लिए भतीजे ने मंगवाई भारी मात्रा में शराब, तस्करी रैकेट का पर्दाफाश
चार तस्करों की गिरफ्तारी:
पुलिस ने तस्करों से पूछताछ के बाद बलौदाबाजार निवासी नितिन जायसवाल को गिरफ्तार किया, जो कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी सुरेंद्र जायसवाल का भतीजा है। जांच में यह सामने आया कि यह शराब चुनावी प्रचार के लिए मंगाई गई थी, ताकि मतदाताओं को प्रभावित किया जा सके। चाचा की चुनावी जीत के लिए भतीजे ने मंगवाई भारी मात्रा में शराब, तस्करी रैकेट का पर्दाफाश
पुलिस की कार्रवाई और अभियानों का असर
एसपी रजनेश सिंह की पहल:
बिलासपुर पुलिस के एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने चुनावी आचार संहिता के बीच संदिग्ध सामग्रियों और नशे की सामग्री पर कड़ी नजर रखी थी। पुलिस ने कोटा-बिलासपुर मुख्य मार्ग पर संयुक्त टीम के साथ अंग्रेजी शराब की 35 पेटियां जब्त की, जिनकी कुल कीमत लगभग 21 लाख रुपये है।
चुनावी माहौल में शराब का प्रयोग:
यह शराब चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए मंगाई जा रही थी। इस रैकेट के सरगना नितिन जायसवाल के गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया कि चुनावी प्रचार में शराब का वितरण किया जा रहा था। चाचा की चुनावी जीत के लिए भतीजे ने मंगवाई भारी मात्रा में शराब, तस्करी रैकेट का पर्दाफाश