रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’: 12वीं पास हजारों छात्र परेशान, चॉइस सेंटरों के चक्कर काटने को मजबूर
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में 12वीं पास करने के बाद कॉलेज में दाखिले का सपना देख रहे हजारों छात्र-छात्राएं पिछले पांच दिनों से दर-दर भटकने को मजबूर हैं। वजह है पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) का एडमिशन पोर्टल, जो तकनीकी खामियों के चलते ठप पड़ा है। छात्र प्रथम सेमेस्टर में एडमिशन के लिए आवेदन तक नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनका भविष्य दांव पर लग गया है।रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’
तकनीकी खामी या लापरवाही? चॉइस सेंटरों पर छात्रों की भीड़
एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 24 मई से शुरू हुई थी, लेकिन तभी से पोर्टल में दिक्कतें आ रही हैं। छात्र रोजाना चॉइस सेंटरों पर पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। चॉइस सेंटर संचालकों के अनुसार, विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया पुराना लिंक खुल ही नहीं रहा है।रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’
विश्वविद्यालय ने गुरुवार को एक नया लिंक जारी किया, जिससे कुछ देर के लिए उम्मीद जगी। कुछ छात्रों के आवेदन सबमिट भी हुए, लेकिन कुछ ही घंटों में नए लिंक ने भी काम करना बंद कर दिया। इस तकनीकी विफलता के कारण छात्र और उनके अभिभावक बेहद परेशान हैं।रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’
कॉलेज प्रशासन ने भी उठाए हाथ, गेंद विवि के पाले में
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय कॉलेजों ने भी संज्ञान लिया है। शासकीय माता कर्मा कन्या कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस. कुमार ने बताया कि कई छात्राओं ने पोर्टल न खुलने की शिकायत की है। उन्होंने कहा, “हमने इस समस्या के संबंध में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय को एक पत्र लिखा है। हमें उम्मीद है कि पोर्टल जल्द ही ठीक हो जाएगा।”रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’
बढ़ती चिंता: आवेदन की अंतिम तिथि और मेरिट लिस्ट का भी अता-पता नहीं
इस पूरी स्थिति में छात्रों की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि विश्वविद्यालय ने अब तक आवेदन की अंतिम तिथि को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है। पोर्टल बंद होने से कीमती समय बर्बाद हो रहा है और छात्रों को डर है कि कहीं वे आवेदन करने से ही वंचित न रह जाएं।रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’
महासमुंद के शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य कॉलेज, माता कर्मा कन्या कॉलेज और अंग्रेजी मीडियम कॉलेज जैसे प्रमुख संस्थानों में सीटों के लिए हर साल कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। एडमिशन मेरिट के आधार पर होना है, लेकिन जब छात्र आवेदन ही नहीं कर पाएंगे तो मेरिट लिस्ट कैसे बनेगी? यह सवाल सभी को परेशान कर रहा है। अब देखना यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन कब इस गंभीर समस्या का समाधान करता है और हजारों छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी जिम्मेदारी निभाता है।रविवि का एडमिशन पोर्टल ‘क्रैश’