RBI का बड़ा तोहफा! रेपो रेट में फिर कटौती, अब सस्ती होगी आपकी Home Loan EMI, जानें कितना होगा फायदा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम आदमी को बड़ी राहत देते हुए एक बार फिर रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है। RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह घोषणा की, जिससे आपके होम, कार और पर्सनल लोन की EMI सस्ती होने का रास्ता साफ हो गया है। आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।रेपो रेट में फिर कटौती
क्या होता है रेपो रेट और क्यों है यह आपके लिए ज़रूरी?
रेपो रेट वह ब्याज दर होती है, जिस पर RBI देश के अन्य बैंकों (जैसे SBI, HDFC, ICICI) को कर्ज देता है।
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जब रेपो रेट घटता है: बैंकों के लिए RBI से पैसा लेना सस्ता हो जाता है। इसका फायदा बैंक अपने ग्राहकों को सस्ते होम, कार और पर्सनल लोन के रूप में देते हैं।
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जब रेपो रेट बढ़ता है: बैंकों के लिए कर्ज महंगा हो जाता है, और वे भी अपने लोन की ब्याज दरें बढ़ा देते हैं, जिससे आपकी EMI महंगी हो जाती है।
RBI का यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीधे आपकी जेब से जुड़ा है।रेपो रेट में फिर कटौती
आपकी जेब पर कितना पड़ेगा असर?
RBI ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती की है। इस बार 0.50% की कटौती की गई है, जिससे रेपो रेट 6.00% से घटकर अब 5.50% पर आ गया है। इस साल की पिछली दो बैठकों में भी 0.25%-0.25% की कटौती की गई थी। इस फैसले का सीधा असर यह होगा:
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EMI होगी कम: जिन लोगों का होम लोन रेपो रेट से जुड़ा है, उनकी EMI जल्द ही कम हो सकती है।
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सस्ता होगा नया लोन: जो लोग नया घर, गाड़ी या पर्सनल लोन लेने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अब कम ब्याज दर पर लोन मिल सकेगा।
उदाहरण से समझिए: मान लीजिए आपने 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है। अगर बैंक ब्याज दर में 0.25% की भी कटौती करता है, तो आपकी मासिक EMI में लगभग 400 से 500 रुपये की कमी आ सकती है, जिससे आपको सालाना हजारों रुपये की बचत होगी।रेपो रेट में फिर कटौती
क्या तुरंत कम हो जाएगी आपकी EMI? जानें यह ज़रूरी बात
यह जानना बहुत जरूरी है कि रेपो रेट में कटौती का फायदा सभी को तुरंत नहीं मिलता।रेपो रेट में फिर कटौती
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रेपो-लिंक्ड लोन: अगर आपका लोन सीधे रेपो रेट से जुड़ा है (External Benchmark Lending Rate – EBLR), तो आपको इसका फायदा अगली रीसेट डेट पर तुरंत मिल जाएगा।
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MCLR/फिक्स्ड रेट लोन: यदि आपका लोन MCLR या फिक्स्ड रेट पर आधारित है, तो आपको कटौती का लाभ मिलने में समय लग सकता है या शायद न भी मिले। ऐसे में आपको अपने बैंक से संपर्क करके जानकारी लेनी चाहिए।
आगे क्या? क्या और घटेंगी ब्याज दरें?
हालांकि यह लगातार तीसरी कटौती है, लेकिन RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में ब्याज दरों में और कटौती की गुंजाइश बहुत सीमित है। RBI को महंगाई को नियंत्रण में रखने और अर्थव्यवस्था के विकास के बीच संतुलन साधना होता है, इसलिए आने वाले समय में दरों में स्थिरता देखने को मिल सकती है।रेपो रेट में फिर कटौती