छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़: घर में चल रही थी ‘मिनी फैक्ट्री’, पैरा के नीचे से निकला लाखों का खजाना!

छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़: घर में चल रही थी ‘मिनी फैक्ट्री’, पैरा के नीचे से निकला लाखों का खजाना!
छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में वन विभाग ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए सागौन की अवैध तस्करी के एक विशाल नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। एक घर पर की गई छापेमारी में विभाग को न सिर्फ लकड़ी काटने की एक ‘मिनी फैक्ट्री’ मिली, बल्कि पैरा (पुआल) के ढेर के नीचे छिपाकर रखा गया बेशकीमती सागौन का जखीरा भी बरामद हुआ।छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़
ऐसे हुआ इस ‘वुड माफिया’ का पर्दाफाश
वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि अंबागढ़ चौकी वन परिक्षेत्र के नेताम टोला गांव में अवैध रूप से सागौन की कटाई और भंडारण का कारोबार चल रहा है। इस सूचना पर वनमंडलाधिकारी (DFO) दिनेश पटेल ने तुरंत एक टीम गठित की। 18 जून को SDO (वन) महेंद्र कुमार सिरदार के नेतृत्व में टीम ने सर्च वारंट के साथ नेताम टोला निवासी पंचू पन्द्रे के घर पर दबिश दी।छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़
पैरा के ढेर में छिपा था सागौन का जखीरा

जब टीम ने तलाशी शुरू की तो वे हैरान रह गए। घर के अंदर और बाड़ी (बैकयार्ड) में हर तरफ सागौन की लकड़ियां थीं। सबसे चौंकाने वाला नजारा तब दिखा जब टीम ने बाड़ी में रखे पैरा के एक बड़े ढेर को हटाया। उसके नीचे सागौन के मोटे-मोटे लट्ठे और चिरान (लकड़ी के तख्ते) छिपाकर रखे गए थे। यह कार्रवाई इतनी बड़ी थी कि विभाग को पूरा माल जब्त करने में लगभग दो दिन का समय लग गया।छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़
डेढ़ ट्रक माल बरामद, लाखों में है कीमत

यह जिले में अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी मानी जा रही है। वन विभाग ने इस कार्रवाई में:
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115 नग सागौन के लट्ठे
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92 नग सागौन के चिरान
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कुल 6.820 घन मीटर लकड़ी
जब्त की है, जिसकी अनुमानित कीमत लाखों में है। जब्त लकड़ियों की मात्रा इतनी अधिक थी कि उन्हें ले जाने के लिए डेढ़ ट्रक का इंतजाम करना पड़ा।छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़
सबसे बड़ा सवाल: इतनी लकड़ी आई कहां से?
इस बड़ी कार्रवाई के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि आरोपी पंचू पन्द्रे के पास इतनी भारी मात्रा में सागौन की लकड़ी कहां से आई? क्या उसने अकेले इस काम को अंजाम दिया या इसके पीछे कोई बड़ा संगठित गिरोह काम कर रहा है? वन विभाग अब इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच कर रहा है और इसके लिए वन विकास निगम के अधिकारियों की भी मदद ली जा रही है।छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़
इस सफल ऑपरेशन में एसडीओ मनेंद्र कुमार सिरदार के नेतृत्व में वनपालों और वनरक्षकों की एक बड़ी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।छत्तीसगढ़ में सागौन तस्करी का सबसे बड़ा भंडाफोड़









