“थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”; ऑफिस के बाहर भजन-कीर्तन शुरू

“थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”; ऑफिस के बाहर भजन-कीर्तन शुरू
“थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”, मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक बार फिर एक एसडीएम का “थप्पड़मार” वाला रूप देखने को मिला है। सबलगढ़ में जनसुनवाई के दौरान एक समाजसेवी से एसडीएम इस कदर नाराज हो गए कि उन्होंने सीधे-सीधे थप्पड़ मारने की धमकी दे डाली। इस घटना के बाद समाजसेवी ने एसडीएम कार्यालय के बाहर ही मंजीरा बजाकर सत्याग्रह शुरू कर दिया। यह वही एसडीएम हैं जो पहले भी थप्पड़ मारने को लेकर विवादों में रह चुके हैं।
जनसुनवाई में क्यों भड़के SDM?
यह पूरा विवाद मंगलवार को सबलगढ़ एसडीएम कार्यालय में हुई जनसुनवाई के दौरान हुआ। रामपुरकलां क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी धर्मेंद्र चतुर्वेदी, जिन्हें लोग ‘अन्ना हजारे’ भी कहते हैं, सामान्य वर्ग के लोगों के EWS प्रमाण पत्र न बनने की शिकायत लेकर पहुंचे थे।”थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”
आरोप है कि जब उन्होंने इस मुद्दे पर बात की तो एसडीएम अरविंद माहौर भड़क गए और उनसे कहा, “चल भाग यहां से, थप्पड़ पड़ेगा।” इस पर धर्मेंद्र चतुर्वेदी ने शालीनता से जवाब दिया, “श्रीमान, आप मुझसे इस तरह बात नहीं कर सकते।””थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”
विवाद इतना बढ़ गया कि एसडीएम ने अपने गार्ड और स्टाफ से समाजसेवी को थाने में बंद कराने की धमकी भी दे डाली। इसके जवाब में समाजसेवी ने कहा कि उनके खिलाफ कोई गिरफ्तारी वारंट नहीं है और उन्हें गिरफ्तार करने से पहले एफआईआर दर्ज करनी होगी। इस तीखी नोकझोंक के बाद धर्मेंद्र चतुर्वेदी एसडीएम ऑफिस के बाहर ही धरने पर बैठ गए और ‘रघुपति राघव राजाराम’ का भजन गाकर अपना विरोध दर्ज कराया।”थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”
पहले भी लगा है ‘थप्पड़’ मारने का आरोप
सबलगढ़ के एसडीएम अरविंद माहौर का विवादों से यह पहला नाता नहीं है। वह पहले भी अपने गुस्से और “थप्पड़” को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। इससे पहले मुरैना में हाईवे पर एक प्राइवेट गार्ड को थप्पड़ मारने का उनका मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। हालांकि, उस समय गार्ड ने कोई कार्रवाई नहीं की और मामला शांत हो गया था।”थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”
SDM ने दी अपनी सफाई
इस पूरे मामले पर जब एसडीएम अरविंद माहौर से बात की गई तो उन्होंने अपना पक्ष रखा। उनका कहना है, “समाजसेवी किसी और का आवेदन लेकर आए थे, जिसे हमने तहसीलदार को सौंप दिया था। लेकिन वह तहसीलदार से चिल्ला-चिल्लाकर बात करने लगे, इसलिए हमने उन्हें डांट दिया।” “थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”
यह घटना एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों के जनता के प्रति व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर जब मामला जनसुनवाई जैसे मंच का हो, जिसे लोगों की समस्याओं को सुनने और सुलझाने के लिए बनाया गया है।”थप्पड़मार SDM” का पारा फिर चढ़ा, समाजसेवी से बोले- “भाग यहां से, वरना थप्पड़ पड़ेगा”









