7 साल बाद खुला बेटे की हत्या का राज, सौतेले पिता ने ही सेप्टिक टैंक में छिपाया था शव!
छत्तीसगढ़ के आपराधिक इतिहास में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सात साल पहले हुए एक बेटे की नृशंस हत्या का राज अब परत दर परत खुल गया है। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का सौतेला पिता ही निकला, जिसने मामूली विवाद के बाद अपने बेटे की जान ले ली और शव को सेप्टिक टैंक में ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।7 साल बाद खुला बेटे की हत्या का राज
कैसे खुला राज: सेप्टिक टैंक से मिला नरकंकाल
यह सनसनीखेज मामला तब उजागर हुआ जब 17 मई को भोयना स्थित एक गोदाम के सेप्टिक टैंक से मानव कंकाल के अवशेष बरामद हुए। विभिन्न टुकड़ों में मिले इस नरकंकाल की पहचान गांव के ही बंटी सोनी (जिसे नंदू सोनी भी कहा जाता था) के रूप में हुई। इस खोज ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।7 साल बाद खुला बेटे की हत्या का राज
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच
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अज्ञात के खिलाफ मामला: पुलिस ने तत्काल अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
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सौतेले पिता पर शक: जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मृतक बंटी को आखिरी बार उसके सौतेले पिता राममिलन गोंड (62 वर्ष) के साथ देखा गया था। इसी आधार पर पुलिस ने राममिलन को सबसे पहले शक के दायरे में लिया।
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पूछताछ में टूटा आरोपी: पुलिस ने राममिलन को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद उसने सात साल पुराने इस जघन्य अपराध का पूरा सच उगल दिया। एसपी सूरज सिंह परिहार ने मंगलवार को इस पूरे मामले का खुलासा किया, बताया कि पुलिस ने महज दो दिन में इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली।
हत्या का खौफनाक सच: भोजन को लेकर हुआ था विवाद
आरोपी राममिलन ने पुलिस को जो बताया, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है:
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घटना का दिन: लगभग सात साल पहले, क्वार नवरात्रि के दौरान, वह घर पर अकेला था। उसकी पत्नी और बेटी पड़ोस में किसी कार्यक्रम में गए हुए थे।
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विवाद की शुरुआत: देर रात करीब 10-11 बजे उसका सौतेला बेटा नंदू सोनी घर पहुंचा। भोजन को लेकर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई।
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हिंसक झड़प और मौत: विवाद इतना बढ़ा कि दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। इसी दौरान गुस्से में आकर राममिलन ने नंदू का गला पकड़कर उसका सिर दीवार पर दे मारा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
शव को ठिकाने लगाने की क्रूरता
हत्या के बाद, आरोपी ने जुर्म छिपाने की पूरी कोशिश की:
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रात का इंतजार: उसने नंदू की लाश को रात भर घर में ही रखा।
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सुबह का कृत्य: सुबह करीब 4 बजे, जब चारों ओर सन्नाटा पसरा था, राममिलन अकेले ही नंदू के शव को घसीटते हुए पास के गोदाम तक ले गया।
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सेप्टिक टैंक में फेंका शव: वहां उसने शव को नायलॉन की रस्सी से बांधकर सेप्टिक टैंक में फेंक दिया, ताकि किसी को कानोंकान खबर न हो और यह राज हमेशा के लिए दफन हो जाए।
आरोपी सलाखों के पीछे
पुलिस ने आरोपी राममिलन गोंड को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। इस मामले ने एक बार फिर रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया है और यह दर्शाया है कि कैसे मामूली विवाद भी जघन्य अपराधों का कारण बन सकते हैं।7 साल बाद खुला बेटे की हत्या का राज