188 करोड़ का सड़क घोटाला: गिरफ्तार PWD के 5 अफसरों को अगले ही दिन मिली जमानत, पत्रकार हत्याकांड से भी जुड़े हैं तार

188 करोड़ का सड़क घोटाला: गिरफ्तार PWD के 5 अफसरों को अगले ही दिन मिली जमानत, पत्रकार हत्याकांड से भी जुड़े हैं तार
Dantewada Road Scam: PWD के 5 अफसरों को अगले ही दिन मिली जमानत, पत्रकार हत्याकांड से भी जुड़े हैं तार, छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित गंगालूर-मिरतूर सड़क निर्माण घोटाले में एक बड़ा मोड़ आया है। 188 करोड़ रुपये के इस भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किए गए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक कार्यपालन अभियंता (EE) समेत पांच अधिकारियों को गिरफ्तारी के ठीक दूसरे दिन ही जमानत मिल गई है। दंतेवाड़ा जिला एवं सत्र न्यायालय ने गुरुवार को सभी पांचों अधिकारियों को सशर्त जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। यह मामला इसलिए भी बेहद संवेदनशील है क्योंकि इसी घोटाले को उजागर करने वाले एक पत्रकार की हत्या हो चुकी है।
गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर मिली सशर्त जमानत
दंतेवाड़ा पुलिस ने बुधवार को पीडब्ल्यूडी के पांच अधिकारियों को इस घोटाले में आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया था। इनमें सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता डी.आर. साहू, तत्कालीन कार्यपालन अभियंता एच.एन. पात्र, एसडीओ प्रमोद सिंह कंवर, और उप-अभियंता संतोष दास शामिल हैं। गुरुवार को अदालत में सुनवाई के बाद, वरिष्ठ अधिवक्ता आर.एन. ठाकुर की दलीलों को सुनते हुए न्यायालय ने सभी को सशर्त जमानत दे दी। आदेश के बाद सभी अधिकारियों को बीजापुर जेल से रिहा कर दिया गया। PWD के 5 अफसरों को अगले ही दिन मिली जमानत, पत्रकार हत्याकांड से भी जुड़े हैं तार
क्या थे इन अधिकारियों पर आरोप?
इन सभी सरकारी अधिकारियों पर सड़क निर्माण के दौरान गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप है। आरोपपत्र के अनुसार, इन अधिकारियों ने:
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निर्माण सामग्री की फर्जी बिलिंग की।
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निर्माण की गुणवत्ता के साथ समझौता किया।
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अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन न करते हुए सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया।
भ्रष्टाचार से पत्रकार की हत्या तक: मामले का सनसनीखेज पहलू
यह घोटाला सिर्फ पैसों के गबन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार एक पत्रकार की हत्या से भी जुड़े हैं। पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने ही इस सड़क निर्माण घोटाले का पर्दाफाश किया था, जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार सुरेश चंद्राकर पर है, जो फिलहाल अन्य आरोपियों के साथ जेल में बंद है। इस पहलू ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है। PWD के 5 अफसरों को अगले ही दिन मिली जमानत, पत्रकार हत्याकांड से भी जुड़े हैं तार
SIT जांच जारी, और भी बड़े खुलासों की उम्मीद
सड़क निर्माण में हुए इस बड़े भ्रष्टाचार की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। एसआईटी की जांच में अब तक कई परतें खुल चुकी हैं। जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस घोटाले में शामिल कुछ और बड़े नाम सामने आ सकते हैं और नए तथ्य उजागर हो सकते हैं। PWD के 5 अफसरों को अगले ही दिन मिली जमानत, पत्रकार हत्याकांड से भी जुड़े हैं तार









