निजी अस्पताल की लापरवाही से 7 साल के मासूम की मौत, परिजनों का आरोप

लोरमी, मुंगेली: 7 वर्षीय आदिवासी मासूम की निजी अस्पताल में इलाज में लापरवाही के कारण मौत हो गई है, जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश है। मोहबंधा गांव के ओंकार गोंड ने अपने बेटे धनंजय को मस्तिष्क ज्वर के इलाज के लिए 1 नवंबर की रात सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया था। प्राथमिक उपचार के बाद, उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, लेकिन निजी एम्बुलेंस संचालकों ने परिजनों को धोखे में रखकर बच्चे को “बुध केयर” निजी अस्पताल में भर्ती करने का सुझाव दिया। निजी अस्पताल की लापरवाही से 7 साल के मासूम की मौत, परिजनों का आरोप
इलाज में देरी और चाइल्ड विशेषज्ञ की अनुपस्थिति में मासूम की जान गई
बुध केयर अस्पताल में कोई चाइल्ड विशेषज्ञ मौजूद नहीं था, और बच्चे का समय पर उपचार नहीं किया गया। परिजनों का आरोप है कि इलाज की गुणवत्ता और सुविधा का झांसा देकर उन्हें निजी अस्पताल में भेजा गया, जिससे बच्चे की जान चली गई। निजी अस्पताल की लापरवाही से 7 साल के मासूम की मौत, परिजनों का आरोप
पहले भी हो चुकी हैं लापरवाही से मौतें, प्रशासन की कार्यवाही सवालों के घेरे में
यह पहली बार नहीं है जब इस अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है। कुछ महीने पहले भी एक गर्भवती महिला की मौत हुई थी, जिस पर स्थानीय लोगों ने विरोध किया और दोषी अस्पताल प्रबंधन पर कार्यवाही की गई। इस घटना के बाद अस्पताल का नाम बदलकर “बुध केयर” कर दिया गया, लेकिन अनियमितताओं का सिलसिला जारी रहा। निजी अस्पताल की लापरवाही से 7 साल के मासूम की मौत, परिजनों का आरोप
परिजनों पर दबाव डालने का आरोप, प्रशासन ने जांच का आश्वासन दिया
घटना के बाद परिजनों पर दबाव डालने की खबरें भी सामने आई हैं। लोरमी के एसडीएम अजीत पुजारी ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है और लोगों से अपील की है कि निजी अस्पतालों के बजाय सामुदायिक अस्पतालों में ही इलाज कराएं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम एक्ट के उल्लंघन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निजी अस्पताल की लापरवाही से 7 साल के मासूम की मौत, परिजनों का आरोप
अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
इस मामले को लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश का माहौल है। लोग मांग कर रहे हैं कि मासूम की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। यह घटना एक बार फिर निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली और चिकित्सा व्यवस्था की अनियमितताओं को उजागर करती है। निजी अस्पताल की लापरवाही से 7 साल के मासूम की मौत, परिजनों का आरोप









