गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में फर्जी मार्कशीट के जरिए सरकारी नौकरी पाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में देवभोग पुलिस ने आरोपी महिला तारेणी बघेल को गिरफ्तार किया है। तारेणी पर 8वीं कक्षा की अंकसूची में छेड़छाड़ कर आंगनबाड़ी सहायिका की नौकरी पाने का आरोप है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया है। फर्जी मार्कशीट से सरकारी नौकरी हासिल, आंगनबाड़ी सहायिका गिरफ्तार
मामले की मुख्य जानकारी:
- फर्जी मार्कशीट का खुलासा:
तारेणी बघेल ने 8वीं कक्षा में पास होने के बाद 9वीं कक्षा में एडमिशन के लिए 81.26% अंकों की मार्कशीट दी थी। लेकिन नौकरी के लिए आवेदन में 85.01% अंकों वाली फर्जी अंकसूची पेश की। - कैसे हुआ खुलासा?
ग्रामीण मधु यादव की लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि तारेणी ने अपनी मार्कशीट में छेड़छाड़ की थी। - कौन-कौन जांच के घेरे में?
- तारेणी बघेल के अलावा, चयन समिति और फर्जी अंकसूची जारी करने वाले प्रधान पाठक भी पुलिस की जांच के दायरे में हैं।
- इन सभी की संदिग्ध भूमिका पर पुलिस जल्द कानूनी कार्रवाई करेगी।
- पुलिस की प्रतिक्रिया:
देवभोग थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने बताया कि फर्जीवाड़े में संलिप्त हर व्यक्ति पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। - न्यायिक प्रक्रिया जारी:
पुलिस ने तारेणी बघेल को गिरफ्तार कर लिया है, और जांच में जिसकी भी संलिप्तता सामने आएगी, उसे आरोपी बनाया जाएगा। फर्जी मार्कशीट से सरकारी नौकरी हासिल, आंगनबाड़ी सहायिका गिरफ्तार