बिलासपुर

धान खरीदी केंद्रों में भ्रष्टाचार का खुलासा: रिश्वतखोरी और अराजकता से किसान परेशान

धान खरीदी केंद्रों में भ्रष्टाचार का खुलासा: रिश्वतखोरी और अराजकता से किसान परेशान

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में धान खरीदी केंद्रों पर भ्रष्टाचार के गंभीर मामले सामने आ रहे हैं। ग्राम गतौरा के धान खरीदी केंद्र में समिति के दो कर्मचारियों द्वारा किसान से रिश्वत लेने का एक वीडियो वायरल हुआ है। यह मामला प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप मचा रहा है।धान खरीदी केंद्रों में भ्रष्टाचार का खुलासा

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धान खरीदी के नाम पर रिश्वतखोरी

  • प्रमुख घटना:
    मस्तूरी विकासखंड के गतोरा धान खरीदी केंद्र में एक किसान से 4,000 रुपये रिश्वत लेकर धान खरीदने का वीडियो वायरल हुआ।
  • किसान का आरोप:
    किसान हर प्रसाद सूर्यवंशी ने बताया कि धान की गुणवत्ता पर सवाल उठाकर कर्मचारियों ने रिश्वत की मांग की। पैसे देते हुए किसान ने पूरा वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।

जांच में रिश्वतखोरी साबित

  • प्रशासनिक कार्रवाई:
    उपायुक्त सहकारिता मंजू पांडेय ने घटना का संज्ञान लेते हुए बारदाना प्रभारी लव कुमार यादव और प्राधिकृत राजेंद्र राठौर को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
  • जांच का निष्कर्ष:
    तहसीलदार मस्तूरी की जांच में यह पुष्टि हुई कि दोनों कर्मचारियों ने किसान से रिश्वत ली। वीडियो में रिश्वत लेने के प्रमाण साफ नजर आए।

धान खरीदी प्रक्रिया में अराजकता

  1. हर तौल में गड़बड़ी:
    किसानों का आरोप है कि हर तौल में 2 से 2.5 किलो धान अधिक लिया जाता है।
  2. पैसों की वसूली:
    धान खरीदने के नाम पर किसानों से अतिरिक्त पैसे वसूले जा रहे हैं।
  3. अधिकारी नदारद:
    जिम्मेदार अधिकारियों की अनुपस्थिति और लापरवाही से धान खरीदी केंद्रों पर अराजकता का माहौल है।
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प्रशासन की सख्ती

  • तीन दिन की मोहलत:
    नोटिस में दोनों कर्मचारियों को तीन दिनों में जवाब देने का निर्देश दिया गया है।
  • आगे की कार्रवाई:
    तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण माहौल

  • रिश्वत का दबाव:
    किसानों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए रिश्वत देनी पड़ रही है।
  • गुणवत्ता पर सवाल:
    कर्मचारियों द्वारा धान की गुणवत्ता को लेकर अनावश्यक सवाल उठाए जा रहे हैं।
  • न्याय की उम्मीद:
    किसानों ने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से न्याय की मांग की है।

धान खरीदी केंद्रों पर हो रही रिश्वतखोरी और अराजकता ने किसानों के लिए समस्याएं बढ़ा दी हैं। प्रशासन ने मामले में सख्ती दिखाते हुए दोषियों पर कार्रवाई शुरू की है, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।धान खरीदी केंद्रों में भ्रष्टाचार का खुलासा

 

 

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