कोरबा
पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत: स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने फिर उठाए सवाल

कोरबा: स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की गैरमौजूदगी बनी मौत का कारण
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की खामियां सामने आई हैं। एक पहाड़ी कोरवा महिला, जो विशेष संरक्षित जनजाति से संबंधित है, ने अजगरबहार स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव किया। डॉक्टर की गैरमौजूदगी और जरूरी सुविधाओं की कमी के कारण नवजात की मौत हो गई। पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत: स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने फिर उठाए सवाल
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102 महतारी एक्सप्रेस में सुविधाओं की कमी
- महिला को स्वास्थ्य केंद्र से जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
- 102 महतारी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने रास्ते में प्रसव कराया।
- परिजनों ने आरोप लगाया कि वाहन में ऑक्सीजन और ईएमटी कर्मचारी नहीं थे।
- जिला मेडिकल कॉलेज पहुंचने के कुछ घंटे बाद नवजात ने दम तोड़ दिया। पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत: स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने फिर उठाए सवाल
परिवार के आरोप और प्रशासन का रवैया
- परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों ने उनके नवजात की जान ले ली।
- 102 महतारी के जिला प्रभारी रवि सिंह ने स्वीकार किया कि ऑक्सीजन और ईएमटी सुविधा उपलब्ध नहीं है।
- इस घटना के बाद भी प्रशासन का रवैया उदासीन दिखाई दिया। पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत: स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने फिर उठाए सवाल
स्वास्थ्य विभाग का बचाव और सवालों के घेरे में व्यवस्था
- बीएमओ डॉक्टर राज ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर सुबह 10 से शाम 5 बजे तक उपलब्ध रहते हैं।
- गंभीर मामलों में मरीजों को रेफर किया जाता है।
- सवाल यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रात के समय डॉक्टरों और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था क्यों नहीं है?
सरकारी सिस्टम पर सवाल
लगातार हो रही ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं अत्यधिक कमजोर हैं।
- सोमवार को भी एक महिला और उसके दो जुड़वा बच्चों की मौत हो गई थी।
- परिजनों ने एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी और लचर व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई थी। पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत: स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने फिर उठाए सवाल
समाधान की दिशा में क्या हो सकता है?
- स्वास्थ्य केंद्रों में 24×7 डॉक्टरों और नर्सों की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
- एम्बुलेंस में ऑक्सीजन और ईएमटी कर्मचारियों की अनिवार्यता लागू की जाए।
- सरकार को विशेष संरक्षित जनजातियों के लिए विशेष स्वास्थ्य योजनाएं शुरू करनी चाहिए। पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत: स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने फिर उठाए सवाल









