दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा: इंदिरा मार्केट में फिर गरजा बुलडोजर, सड़क पर दुकानदार! जानें क्या है पूरा विवाद

दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा: इंदिरा मार्केट में फिर गरजा बुलडोजर, सड़क पर दुकानदार! जानें क्या है पूरा विवाद
मुख्य बिंदु:
-
दुर्ग के व्यस्ततम इंदिरा मार्केट में अतिक्रमण के खिलाफ फिर बड़ी कार्रवाई।
-
दुकानदारों का आरोप: हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी निगम नहीं कर रहा व्यवस्थापन।
-
निगम का पलटवार: दुकानदार दी गई जगह पर जाने को तैयार नहीं।
-
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हटाए गए अवैध कब्जे।
Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम का बुलडोजर एक बार फिर गरजा है। शुक्रवार सुबह शहर के सबसे व्यस्त इंदिरा मार्केट में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई के बाद दुकानदार और निगम प्रशासन एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। दुकानदारों का कहना है कि निगम हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहा है, जबकि अधिकारियों का दावा है कि दुकानदार खुद ही तय जगह पर शिफ्ट नहीं होना चाहते।दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा
क्यों हुई दोबारा कार्रवाई?
नगर निगम ने करीब दो महीने पहले भी इंदिरा मार्केट सहित शहर के कई इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया था। उस दौरान 70 से ज्यादा अवैध ठेलों और दुकानों को हटाया गया था। लेकिन, इंदिरा मार्केट में कुछ दुकानदारों ने फिर से फुटपाथ पर कब्जा कर जूते-चप्पल और कपड़ों की दुकानें लगा ली थीं। इसी के चलते शुक्रवार को निगम का अमला दोबारा बुलडोजर लेकर पहुंचा और अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया।दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा
दुकानदारों का दर्द और आरोप: “हाईकोर्ट का आदेश भी नहीं मान रहे”
कार्रवाई से प्रभावित हुए दुकानदारों ने निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित दुकानदार प्रेमचंद जैन, जमाल खान और गुलाम मुर्शिद ने कहा, “यह लड़ाई आज की नहीं है। 2018 में हुई कार्रवाई के खिलाफ हम हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट ने निगम को हमारे व्यवस्थापन (Relocation) का आदेश दिया था, लेकिन आज तक उस आदेश का पालन नहीं किया गया।”दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निगम अफवाह फैला रहा है कि उन्हें स्टेट बैंक के पास दुकान दे दी गई है, जो कि सरासर झूठ है। उनका कहना है कि वे रोजी-रोटी के लिए परेशान हैं और निगम उन्हें स्थायी जगह देने के बजाय बार-बार उजाड़ रहा है।दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा
निगम अधिकारियों का क्या है कहना?
दूसरी तरफ, नगर निगम के अधिकारियों का पक्ष कुछ और ही है। निगम आयुक्त समित अग्रवाल ने इन आरोपों पर कहा, “हमने दुकानदारों के व्यवस्थापन के लिए कुछ जगहों का चयन किया था और उन्हें दिखाया भी था, लेकिन वे उन जगहों पर जाने के लिए तैयार नहीं हैं। हमने आज फिर से उन्हें लिखित में तय जगह देखने के लिए कहा है। यदि वे सहमत होते हैं, तो हम तुरंत जगह आवंटित कर देंगे।”दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा
बाजार अधिकारी शुभम गोईर ने बताया कि बार-बार अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ यह कार्रवाई जरूरी थी और शहर को अतिक्रमण मुक्त करने का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।दुर्ग में हाई-वोल्टेज ड्रामा









