6 मार्च तक विवाह के शुभ मुहूर्त, 7 मार्च से नहीं होंगे मांगलिक कार्य
मार्च का महीना आते ही शादी-विवाह की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बार 7 मार्च से होलाष्टक की शुरुआत होने से मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान ग्रहों की स्थिति अशुभ मानी जाती है, जिस कारण विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, बच्चे के नामकरण जैसे कार्य नहीं किए जाते। 6 मार्च तक ही इस सीजन में विवाह के शुभ मुहूर्त हैं, और 5 मार्च को शहर में बड़ी संख्या में शादियां होने की संभावना है। 7 मार्च से होलाष्टक शुरू: शुभ कार्यों पर लगेगा ब्रेक, 5 मार्च को शहर में होगी धूमधाम से शादियां
13 मार्च को होगा होलिका दहन, 14 को मनेगी होली
इस बार होलाष्टक 7 मार्च से 13 मार्च तक रहेगा, जिसके बाद 13 मार्च को होलिका दहन होगा और 14 मार्च को पूरे देश में रंगों का त्योहार होली मनाई जाएगी। इस साल भद्रा का प्रभाव भी होली पर रहेगा, जिससे विशेष पूजा-पाठ का महत्व रहेगा। 7 मार्च से होलाष्टक शुरू: शुभ कार्यों पर लगेगा ब्रेक, 5 मार्च को शहर में होगी धूमधाम से शादियां
क्या होते हैं होलाष्टक और इन 8 दिनों में क्या न करें?
होलाष्टक के दौरान ग्रहों की चाल में अस्थिरता मानी जाती है, जिससे यह शुभ कार्यों के लिए अशुभ समय माना जाता है। इन 8 दिनों में शादी, गृह प्रवेश, नया व्यापार शुरू करना, वाहन या सोना-चांदी खरीदना वर्जित माना गया है। 7 मार्च से होलाष्टक शुरू: शुभ कार्यों पर लगेगा ब्रेक, 5 मार्च को शहर में होगी धूमधाम से शादियां
शहर में होलिका दहन की तैयारी शुरू
कोरबा में करीब 200 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया जाएगा। समितियां तैयारियों में जुट गई हैं। वहीं, बाजारों में पिचकारी, गुलाल और रंगों की बिक्री भी तेज हो गई है। 7 मार्च से होलाष्टक शुरू: शुभ कार्यों पर लगेगा ब्रेक, 5 मार्च को शहर में होगी धूमधाम से शादियां
मार्च महीने के प्रमुख व्रत और त्योहार
- 07 मार्च: होलाष्टक आरंभ, दुर्गा अष्टमी
- 10 मार्च: आमलकी एकादशी
- 13 मार्च: पूर्णिमा, होलिका दहन, होलाष्टक समाप्त
- 14 मार्च: होली, मीन संक्रांति
- 19 मार्च: रंग पंचमी
- 30 मार्च: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत, हिंदू नववर्ष
- 31 मार्च: गणगौर पूजा, ईद-उल-फितर