आबकारी आरक्षक परीक्षा में बवाल: हाथ से कलावा काटने पर भड़के हिंदू संगठन, केंद्र के बाहर जमकर नारेबाजी

आबकारी आरक्षक परीक्षा में बवाल: हाथ से कलावा काटने पर भड़के हिंदू संगठन, केंद्र के बाहर जमकर नारेबाजी
सूरजपुर, हाथ से कलावा काटने पर भड़के हिंदू संगठन, छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान सूरजपुर में एक परीक्षा केंद्र पर उस वक्त भारी बवाल मच गया, जब चेकिंग के नाम पर कथित रूप से हिंदू परीक्षार्थियों के हाथों से कलावा (रक्षासूत्र) काट दिया गया। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने परीक्षा केंद्र के बाहर जमकर हंगामा और नारेबाजी की।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा विवाद सूरजपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा केंद्र का है। परीक्षा देने आए कुछ परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि केंद्राध्यक्ष और परीक्षा में लगे कर्मचारियों ने चेकिंग के दौरान उनके हाथों में बंधे कलावे को जबरन कटवा दिया। इस बात की खबर जैसे ही स्थानीय हिंदू संगठनों को लगी, वे बड़ी संख्या में केंद्र के बाहर इकट्ठा हो गए और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। संगठनों ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई जानबूझकर हिंदू परीक्षार्थियों को निशाना बनाने और उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए की गई है।हाथ से कलावा काटने पर भड़के हिंदू संगठन
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस अधिकारियों ने आक्रोशित हिंदू संगठन के सदस्यों को समझाने का प्रयास किया और स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना के कारण परीक्षा केंद्र पर कुछ देर के लिए तनाव का माहौल बना रहा।हाथ से कलावा काटने पर भड़के हिंदू संगठन
प्रदेश के अन्य केंद्रों पर भी परीक्षार्थी हुए परेशान
आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर प्रदेश के अन्य जिलों से भी अव्यवस्थाओं की खबरें सामने आईं।
-
बिलासपुर में गेट बंद: बिलासपुर में कई परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र का गेट निर्धारित समय से पहले ही बंद कर दिया गया, जिसके कारण 10 से 12 अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए।
-
ड्रेस कोड और पहचान पत्र बनी मुसीबत: बलौदा बाजार समेत कई जिलों में परीक्षा के सख्त नियमों के कारण अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ओरिजिनल आधार कार्ड की अनिवार्यता और ड्रेस कोड को लेकर कई परीक्षार्थी परेशान हुए। महिला अभ्यर्थियों को सलवार-कुर्ती के साथ-साथ कंगन, पायल और अन्य ज़ेवर उतारने के लिए कहा गया, जिससे कई केंद्रों पर असमंजस की स्थिति बनी।
शांतिपूर्ण परीक्षा के लिए थे कड़े इंतजाम
व्यापम ने परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे। सभी केंद्रों पर फ्रिस्किंग अनिवार्य थी और किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने पर पूरी तरह से पाबंदी थी। कलेक्टरों द्वारा भी परीक्षा केंद्रों पर सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कुछ केंद्रों पर हुई इन घटनाओं ने व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।हाथ से कलावा काटने पर भड़के हिंदू संगठन








