श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, चारधाम यात्रा का शुभारंभ
📌 मुख्य आकर्षण:-
- चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत
- सेना के बैंड की भक्ति धुनें
- मुख्यमंत्री ने किया दर्शन
- फूलों से सजा धाम, पुष्पवर्षा
- फोटो/वीडियो पर प्रतिबंध
भव्य पूजन और पुष्पवर्षा के साथ शुरू हुई बद्रीनाथ यात्रा
बद्रीनाथ (उत्तराखंड)। उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थलों में शामिल और चारधामों में प्रमुख श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट आज विधिवत रूप से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
सुबह मंदिर परिसर ‘जय बद्री विशाल’ के नारों से गूंज उठा और सेना के गढ़वाल राइफल्स बैंड की मधुर धुनों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट
सुबह 5:30 बजे खुले कपाट, 40 क्विंटल फूलों से सजा धाम
सुबह 4 बजे से मंदिर समिति के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मंदिर की परिक्रमा की।
4:30 बजे श्री कुबेर जी दक्षिण द्वार से मंदिर में प्रवेश किए।
5:00 बजे द्वार पूजन शुरू हुआ और आधे घंटे बाद कपाट खोले गए।
इस दौरान मंदिर को 40 क्विंटल फूलों से सजाया गया था, जिसने धाम की सुंदरता में चार चांद लगा दिए।
पुष्पवर्षा और मंत्रोच्चार से गूंज उठा वातावरण
श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे हर ओर भक्ति और श्रद्धा का वातावरण बन गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने भगवान बद्रीनाथ की पूजा-अर्चना की और स्थानीय श्रद्धालुओं से संवाद किया।श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट
जगद्गुरु शंकराचार्य का संदेश
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा:
“आज का दिन पूरे देश के लिए पावन है। श्रद्धालुओं को यहां आकर आध्यात्मिक सुख की अनुभूति होगी।”
फोटो-वीडियो पर प्रतिबंध, नियम उल्लंघन पर जुर्माना
इस वर्ष बद्रीनाथ धाम परिसर में वीडियो और फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
यदि कोई श्रद्धालु इस नियम का उल्लंघन करता है, तो ₹5000 तक का जुर्माना लग सकता है।
फिर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कपाट खुलते ही प्रथम दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे।