बच्चे के साथ एक ही कमरे में अंतरंग होना: सही या गलत? जानें विशेषज्ञ की राय
गाइनकोलॉजिस्ट डॉ. अजीमुद्दीन शाह ने बताया बच्चों पर पड़ने वाले भावनात्मक और मानसिक प्रभाव

रायपुर : बच्चे के साथ एक ही कमरे में अंतरंग होना: सही या गलत? जानें विशेषज्ञ की राय. आधुनिक जीवनशैली में कपल्स शादी के बाद कुछ साल अपनी लव लाइफ एन्जॉय करने के बाद ही बच्चे की प्लानिंग करते हैं। बच्चे के जन्म के बाद माता-पिता के सामने कई चुनौतियां आती हैं, जिनमें बच्चों की परवरिश और व्यस्त दिनचर्या के चलते पार्टनर के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। जब बच्चा छोटा होता है, तो वह अक्सर माता-पिता के साथ ही सोता है, जिससे पति-पत्नी के बीच अंतरंगता के पल कम हो जाते हैं। ऐसे में कई कपल्स के मन में यह सवाल उठता है कि क्या बच्चे के सोने के बाद उसी कमरे में अंतरंग होना सही है?
इस संबंध में गाइनकोलॉजिस्ट डॉ. अजीमुद्दीन शाह ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा कर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पति-पत्नी के रिश्ते में भावनात्मक और शारीरिक जुड़ाव आवश्यक है, लेकिन बच्चे की मानसिक और भावनात्मक सुरक्षा उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।बच्चे के साथ एक ही कमरे में अंतरंग होना: सही या गलत?
दो साल के बच्चे के लिए अलग कमरा है जरूरी

डॉ. शाह के अनुसार, जब बच्चा दो साल का हो जाए तो उसके लिए अलग कमरा होना बेहतर है। माता-पिता के लिए भी यही सलाह दी जाती है कि वे एक अलग बेडरूम में रहें। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनकी समझ और संवेदनशीलता बढ़ती जाती है, और वे अपने आसपास की गतिविधियों को महसूस करने लगते हैं।बच्चे के साथ एक ही कमरे में अंतरंग होना: सही या गलत?
बच्चे की मानसिक स्थिति पर गलत प्रभाव:

यदि बच्चा दो साल से बड़ा है और माता-पिता उसके साथ एक ही कमरे में अंतरंग होते हैं, तो यह बच्चे की मानसिक स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकता है। बच्चे अपने आसपास की हलचल, आवाज और माहौल को समझने लगते हैं। ऐसे में अचानक जागने पर उन्हें भ्रम, डर या भावनात्मक अशांति (इमोशनल डिस्टरबेंस) महसूस हो सकती है।बच्चे के साथ एक ही कमरे में अंतरंग होना: सही या गलत?

इसलिए, विशेषज्ञों की सलाह है कि माता-पिता को बच्चे की उम्र और संवेदनशीलता का ध्यान रखते हुए अपनी अंतरंगता के पलों को योजनाबद्ध करना चाहिए, ताकि बच्चे की मानसिक और भावनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।बच्चे के साथ एक ही कमरे में अंतरंग होना: सही या गलत?








